किसके इशारे पर शिंदे दिखा रहे ‘नखरे’? संजय राउत ने मारा ताना, एकनाथ के पीछे कौन सी ताकत
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि मुझे लगता है कि एकनाथ शिंदे के नखरे और देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ नाराजगी के पीछे दिल्ली में बैठी कोई ‘महाशक्ति’ है। महाशक्ति के समर्थन के बिना शिंदे ऐसा कुछ करने की हिम्मत नहीं कर सकते।
Maharashtra Government Formation Suspense: उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना नेता संजय राउत ने स्पष्ट रूप से भाजपा नेतृत्व की ओर इशारा करते हुए मंगलवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ‘‘दिल्ली में बैठी महाशक्ति’’ के समर्थन से भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को लेकर ‘‘नखरे’’ और नाराजगी दिखा रहे हैं। नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने महाराष्ट्र में सरकार गठन में हो रही देरी को अराजकतापूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए 10 दिन से अधिक हो गए हैं, लेकिन किसी भी पार्टी या गठबंधन ने न तो सरकार बनाने का दावा पेश किया है और न ही अपने विधायकों की सूची दी है।
राउत ने कहा कि राज्यपाल ने अभी तक किसी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया है, लेकिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने शपथ ग्रहण की तारीख घोषित कर दी है, जो आजाद मैदान में होगी। राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि एकनाथ शिंदे के नखरे और देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ नाराजगी के पीछे दिल्ली में बैठी कोई ‘महाशक्ति’ है। महाशक्ति के समर्थन के बिना एकनाथ शिंदे ऐसा कुछ करने की हिम्मत नहीं कर सकते। दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों को नखरे दिखाने की हिम्मत किसी में नहीं है।’’
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 132 सीट जीती हैं, ऐसे में फडणवीस को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे देखा जा रहा है। भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महायुति गठबंधन द्वारा 288 विधानसभा सीट में से 230 सीट जीतने के बावजूद, राज्य में सरकार का गठन होना बाकी है।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में महायुति की भारी जीत हुई थी। नई सरकार 5 दिसंबर को शपथ लेगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है लेकिन महायुति गठबंधन ने अभी तक किसी नाम की घोषणा नहीं की है। राज्य भाजपा विधायक दल की बैठक 4 दिसंबर को होगी, जिसमें माना जा रहा है कि फडणवीस के नाम पर मुहर लगेगी।
यह भी तय है कि नई सरकार में अजित पवार उप मुख्यमंत्री होंगे लेकिन एकनाथ शिंदे को लेकर अभी तय नहीं हो सका है कि उनकी भूमिका क्या होगी। इस पर संशय जारी है। विभागों और मंत्रियों की संख्या को लेकर भी अंदरूनी खींचतान की खबरे हैं। शिवसेना नेताओं ने सोमवार को कहा था कि गठबंधन राजनीति की ‘‘परंपरा’’ के अनुसार, यदि मुख्यमंत्री पद भाजपा को मिलता है तो उनकी पार्टी को गृह विभाग मिलना चाहिए।