अगवा किया, रॉड से पीटा फिर सरपंच के ऊपर पेशाब; एक बर्बर हत्याकांड जिसने छीना मुंडे का मंत्री पद
सरपंच की हत्या से तीन दिन पहले 6 दिसंबर को कराड के गुर्गों ने अवाडा के दफ्तर में कुछ कर्मचारियों की पिटाई की थी। तब संतोष देशमुख और अन्य लोगों ने मौके पर पहुंचकर इसे रोकने की कोशिश की थी।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री धनंजय मुंडे से इस्तीफा ले लिया है। परली से एनसीपी के विधायक मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड पर बीड के सरपंच की हत्या के मास्टरमाइंड होने का आरोप है। सीआईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि सरपंच की बर्बरतापूर्ण हत्या में मुंडे के करीबी वाल्मीक कराड का हाथ था। सीआईडी ने अपनी चार्जशीट में कराड और उसके गुर्गों की बर्बरतापूर्ण कारनामों का जिक्र किया है।
चार्जशीट के मुताबिक, 9 दिसंबर को महाराष्ट्र के बीड जिले के एक गांव के सरपंच संतोष देशमुख का अपहरण कर लिया गया। अपहरण के कई घंटों तक उन्हें मारा-पीटा गया और तरह-तरह की यातनाएं देकर प्रताड़ित किया गया। सीआईडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान सरपंच को लोहे की रॉड से पीटा गया और ऊन पर पेशाब भी किया गया। जब अपहर्ताओं को लगा कि सरपंच मर गया तो फिर उन्हें मृत समझकर फेंक दिया। जांच में पता चला है कि आरोपियों ने सरपंच की हत्या के 15 वीडियो बनाए थे और कांड करते आठ फोटो भी खींचे थे। इसके अलावा वारदात की जगह से वीडियो कॉल भी किए थे। बाद में फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जो उनकी गले की फांस बन गया।
सरपंच ने की थी जबरन वसूली रोकने की कोशिश
अब करीब तीन महीने बाद, राज्य के मंत्री धनंजय मुंडे को कथित तौर पर अपने शीर्ष सहयोगी की इस हत्या में संलिप्तता के आरोप में राज्यभर में उपजे आक्रोश के बीच इस्तीफा देना पड़ा है। जांच में पाया गया कि सरपंच देशमुख ने क्षेत्र में चल रही एक पवनचक्की ऊर्जा फर्म अवाडा को निशाना बनाकर की जा रही जबरन वसूली को रोकने की कोशिश की थी। सरपंच संतोष देशमुख को डर था कि धमकियों और जबरन वसूली के कॉल से अवाडा और इसी तरह की अन्य फर्में मस्साजोग में अपना काम बंद कर सकती हैं और इससे स्थानीय निवासियों की आजीविका प्रभावित होगी। इसे रोकने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर उन्होंने उन गुंडों से मुकाबला किया।
अवाडा दफ्तर में मारपीट
चार्जशीट में कहा गया है कि सरपंच की हत्या से तीन दिन पहले 6 दिसंबर को कराड के गुर्गों और कुछ लोगों ने अवाडा के स्थानीय कार्यालय में कुछ कर्मचारियों की पिटाई की थी। तब संतोष देशमुख और अन्य लोगों ने मौके पर पहुंचकर इसे रोकने की कोशिश की थी। पुलिस के अनुसार, आरोपियों को लगा कि सरपंच देशमुख उनकी वसूली योजना के आड़े आ रहा है इसलिए उनलोगों ने सरपंच को खत्म करने का फैसला किया। बकौल पुलिस हत्याकांड के मास्टरमाइंड कराड ने कथित तौर पर अन्य आरोपियों से कहा कि जो भी जबरन वसूली के रास्ते में रोड़ा बन रहा है,उसे खत्म कर दें।
सरपंच को कई बार धमकाया भी
इसके बाद, सरपंच देशमुख को कई बार धमकाया गया। जब वह नहीं माना तो 9 दिसंबर को उसका अपहरण कर लिया गया और उसकी हत्या कर दी गई। इस मामले में अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि एक आरोपी फरार है। गत 27 फरवरी को राज्य के अपराध जांच विभाग(सीआईडी) ने बीड जिला न्यायालय में करीब 1200 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया, जिसमें देशमुख की हत्या और उससे जुड़े दो मामले शामिल हैं। बीड के केज पुलिस थाने में सरपंच की हत्या, अवाडा कंपनी से पैसे ऐंठने की कोशिश और कंपनी के सुरक्षा गार्ड पर हमले के तीन अलग-अलग मामले दर्ज किये गये हैं। इसके अलावा आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत भी मामले दर्ज किये गये हैं।