महाराष्ट्र में विपक्षी विधायकों ने नहीं ली शपथ, EVM का कर रहे विरोध; जीत पर उठाए सवाल
- विशेष सत्र आज यहां सुबह 11 बजे शुरू हुआ। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा अजित पवार सहित सत्तारूढ़ दलों के कई सदस्यों ने विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली।
महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया। शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने इस कदम के पीछे ईवीएम के कथित दुरुपयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी पार्टी "चुनाव में हुई गड़बड़ियों" का विरोध कर रही है।
विधान भवन परिसर में शिवसेना (उबाठा) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘‘एमवीए ने आज सदन की सदस्यता की शपथ नहीं लेने का फैसला किया है। जब कोई सरकार इतने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आती है तो जश्न मनाया जाता है। सवाल उठता है कि उसे जो जनादेश मिला है, वह जनता ने दिया है या ईवीएम और भारत निर्वाचन आयोग ने।’’ उन्होंने कहा कि विपक्ष सोलापुर के मालशिरस विधानसभा क्षेत्र के मरकडवाडी गांव में कर्फ्यू और गिरफ्तारियों का भी विरोध कर रहा है जहां ग्रामीणों ने मतपत्रों के जरिए ‘‘दोबारा चुनाव’’ की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘‘हम शपथ नहीं ले रहे हैं, लोगों के मन में जो शंकाएं हैं उन पर संज्ञान ले रहे हैं।’’
राज्य विधानमंडल के निचले सदन का विशेष सत्र आज यहां सुबह 11 बजे शुरू हुआ। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा अजित पवार सहित सत्तारूढ़ दलों के कई सदस्यों ने विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। हालांकि, विपक्षी दल कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के सदस्यों ने शपथ नहीं लेने का फैसला किया।
उधर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने विपक्ष के बहिष्कार पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "ऐसे आरोपों का यहां कोई मतलब नहीं है। विपक्ष को चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए और यदि वहां न्याय न मिले, तो उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाना चाहिए।"
विशेष सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे हुई, जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। इससे पहले, फडणवीस, शिंदे और पवार ने विद्यान भवन परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की। हालांकि, शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे और पार्टी के कई कार्यकर्ता भी कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे।