कभी शिवाजी, संभाजी... औरंगजेब वाले बयान पर हंगामा बरपा तो अबू आजमी ने मांग ली माफी
- अबू आजमी ने सफाई देते हुए कहा, 'कल टीवी वाले ने मुझसे कहा कि असम के एक नेता ने राहुल गांधी को औरंगजेब की तरह पेश किया है। इस पर मैंने अवध ओझा, राम पुनियानी, राजीव दीक्षित जैसे लोगों की बात को आधार बनाते हुए औरंगजेब को लेकर बात कही। लेकिन मैंने किसी का भी अपमान नहीं किया।

औरंगजेब और उसकी शासन व्यवस्था की तारीफ करने के मामले में घिरे सपा नेता अबू आजमी ने माफी मांग ली है। उन्होंने कहा था कि औरंगजेब के शासन में भारत सोने की चिड़िया कहलाता था। दुनिया की जीडीपी में भारत की हिस्सेदारी 24 फीसदी हुआ करती थी। इस पर महाराष्ट्र में बवाल मच गया था। सत्ताधारी गठबंधन में शामिल दलों भाजपा और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के विधायकों ने सदन में भी खूब हंगामा किया था। अब इस पर अबू आजमी ने माफी मांगी है और सफाई देते हुए कहा कि मैंने गलत इरादे के साथ कोई बात नहीं कही थी। उन्होंने एक मीडियाकर्मी के सवाल पर मैंने टिप्पणी की थी। मेरे शब्दों को गलत ढंग से पेश किया गया और बवाल खड़ा किया।
अबू आजमी ने सफाई देते हुए कहा, ‘कल टीवी वाले ने मुझसे कहा कि असम के एक नेता ने राहुल गांधी को औरंगजेब की तरह पेश किया है। इस पर मैंने अवध ओझा, राम पुनियानी, राजीव दीक्षित जैसे लोगों की बात को आधार बनाते हुए औरंगजेब को लेकर बात कही। लेकिन मैंने किसी का भी अपमान नहीं किया। छत्रपति शिवाजी, संभाजी महाराज, शाहू जी महाराज, ज्योतिबा फुले समेत सभी का हम सम्मान करते हैं और करना चाहिए। मैंने कभी किसी भी महापुरुष के बारे में गलत बात नहीं की है। फिर भी किसी को लगता है कि मैंने गलत बोला है तो मैं अपनी बात को वापस लेता हूं। असेंबली चलनी चाहिए। ऐसे मामलों पर असेंबली को रोकना महाराष्ट्र की जनता के हितों के साथ अन्याय होगा।’
समाजवादी पार्टी के लीडर ने कहा कि अवध ओझा, मीना भार्गव जैसे कई लोगों ने औरंगजेब के दौर की तारीफ की थी। इसी को आधार बनाते हुए मैंने टिप्पणी की थी। आजमी ने सोमवार को असेंबली से बाहर औरंगजेब को लेकर जो बात कही थी, उस पर बवाल मच गया था। डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे भी आक्रामक हो गए थे। उन्होंने कहा था कि आजमी के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया जाना चाहिए। कई नेताओं का कहना था कि आजमी ने ऐसे व्यक्ति की तारीफ की है, जिसने छत्रपति शिवाजी को प्रताड़ित किया और उनके बेटे संभाजी महाराज का बेरहमी से कत्ल करा दिया। यही नहीं शिवसेना के सांसद नरेश म्हास्के ने तो केस भी दर्ज कराया है।