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महाराष्ट्र में शिवसेना के गढ़ पर भाजपा ने जमाई नजर, बीजेपी नेता के बयान से टकराव की अटकलें

  • महाराष्ट्र में संरक्षक मंत्री और भाजपा नेता गणेश नाइक ने कहा कि वे चाहते हैं कि ठाणे में सिर्फ कमल ही फले-फूले… उनके इस बयान से शिवसेना और भाजपा में टकराव की अटकलें हैं, क्योंकि ठाणे शिंदे का गढ़ है।

Gaurav Kala लाइव हिन्दुस्तानWed, 29 Jan 2025 05:01 PM
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महाराष्ट्र में शिवसेना के गढ़ पर भाजपा ने जमाई नजर, बीजेपी नेता के बयान से टकराव की अटकलें

महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में महायुति की सरकार बन तो गई, लेकिन सियासी गलियारों में शिवसेना और भाजपा नेताओं के बयानों से टकराव की अटकलें हिलोरें मार रही हैं। महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता गणेश नाइक का कहना है कि वह ठाणे में भाजपा को मजबूत करना चाहते हैं। ठाणे शिवसेना प्रमुख और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का गढ़ माना जाता है। नाइक के बयान से ऐसे संकेत मिलते हैं कि महायुति गठबंधन के सहयोगियों में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है और टकराव की संभावना है।

पालघर जिले के संरक्षक मंत्री नाइक ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में कहा कि वह ठाणे में भी जनता दरबार आयोजित करेंगे। इससे अटकलें तेज हो गई हैं कि भाजपा, ठाणे में शिंदे की शिवसेना की पकड़ को चुनौती देने की तैयारी कर रही है।

ठाणे में केवल कमल की फूले-फले

गणेश नाइक ने कहा कि वह ठाणे के गडकरी रंगायतन सभागार में जनता की समस्याएं सुनने के लिए बैठकें करेंगे और यह कदम "जनता के प्रति उनके प्रेम" के कारण उठाया गया है। उन्होंने कहा, "भाजपा ठाणे पर ध्यान केंद्रित कर रही है। हम चाहते हैं कि केवल 'कमल' (भाजपा का चुनाव चिह्न) ही ठाणे में फूले-फले। पार्टी ने मुझे ठाणे की जिम्मेदारी सौंपी है।"

नाइक और शिंदे

गणेश नाइक और एकनाथ शिंदे दोनों ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत शिवसेना से की थी, लेकिन बाद में नाइक, शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा (NCP) में शामिल हो गए। वहीं, शिंदे ने 2022 में शिवसेना में विभाजन कर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व को चुनौती दी थी।

शिवसेना की नाराजगी

शिंदे गुट की शिवसेना पहले ही संरक्षक मंत्री पदों के बंटवारे से नाराज चल रही है। ऐसे में नाइक के ठाणे पर खास ध्यान भाजपा और शिवसेना के बीच मतभेद और गहरा कर सकता है। उधर, महाराष्ट्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने भी बुधवार को गणेश नाइक का समर्थन किया। उन्होंने कहा, "शिवसेना नेताओं को भी जनता की समस्याओं को हल करने के लिए जनता दरबार आयोजित करना चाहिए। महायुति गठबंधन में शामिल सभी मंत्रियों, चाहे वह अजीत पवार गुट की राकांपा से हों या अन्य, को अलग-अलग क्षेत्रों में जनता से जुड़ना चाहिए। इसका लाभ अंततः जनता को ही मिलेगा।"

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शिवसेना क्या बोली

गणेश नाइक के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना मंत्री शंभुराज देसाई ने कहा, "मैं पहले ठाणे का संरक्षक मंत्री रह चुका हूं और जानता हूं कि ठाणे शहर और जिले में एकनाथ शिंदे का कितना मजबूत नेटवर्क है। ठाणे हमेशा से शिवसेना का गढ़ रहा है। भाजपा के नेताओं को अपनी पार्टी को बढ़ाने का अधिकार है, लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि शिवसेना ने ऐतिहासिक रूप से इस जिले पर अपनी पकड़ बनाए रखी है।" उन्होंने भाजपा की चुनौती की संभावना को नकारते हुए कहा, "शिंदे और नाइक, दोनों अपनी-अपनी पार्टियों को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन वे महायुति गठबंधन का हिस्सा भी हैं। इसलिए इस मामले को गलत तरीके से नहीं देखना चाहिए।"

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