शरद पवार के लिए बुरे सपने की तरह 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, लगा गया शानदार करियर पर दाग
- Maharashtra Chunav Results: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझानों के मद्देनजर एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार के कद का भी जिक्र किया जाना जरूरी है क्योंकि हालिया महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी का प्रदर्शन उनकी विरासत पर एक बड़ा सवालिया निशान छोड़ गया है।
Maharashtra Chunav Results: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझान राज्य में महायुति की सरकार बनने की तरफ इशारा कर रहे हैं। वहीं महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के हाथ एक बार फिर मायूसी लगती नजर आ रही है। इन रुझानों के बीच भारतीय राजनीति के दिग्गज और एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार के कद का भी जिक्र किया जाना जरूरी है क्योंकि हालिया महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी का प्रदर्शन उनकी विरासत पर एक बड़ा सवालिया निशान छोड़ गया है।
महाराष्ट्र चुनाव 2024 में सबसे खराब स्ट्राइक रेट
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार दोपहर 2 बजे तक के रुझानों के अनुसार, शरद पवार गुट की एनसीपी 87 सीटों पर चुनाव लड़ने के बाद सिर्फ 13 सीटों पर आगे चल रही थी। यह 14.94% का स्ट्राइक रेट दर्शाता है, जो शरद पवार के राजनीतिक इतिहास में अब तक का सबसे खराब है। छह महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में शरद पवार की एनसीपी का स्ट्राइक रेट 80% था, जो अब विधानसभा चुनावों में बुरी तरह गिर गया है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इस बार शरद पवार गुट की एनसीपी को 11.58% वोट मिले हैं। इसके मुकाबले कांग्रेस को 10.58% और उद्धव ठाकरे की शिवसेना को 10.67% वोट मिले हैं। तीनों दलों को कुल मिलाकर 32.83% वोट हासिल हुए, जबकि भाजपा, अजित पवार की एनसीपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के गठबंधन को 48.73% वोट मिले हैं।
छह महीने पहले शानदार था प्रदर्शन
वहीं लोकसभा चुनावों में एनसीपी को 10.27%, कांग्रेस को 16.92%, और उद्धव ठाकरे की शिवसेना को 16.52% वोट मिले थे। लेकिन विधानसभा चुनावों में एनसीपी का वोट प्रतिशत थोड़ा बढ़ा, पर इसका सीटों पर असर नहीं दिखा। हालांकि, उस दौरान शरद पवार की पार्टी पार्टी का स्ट्राइक रेट छह महीने पहले ही लोकसभा चुनावों में 80% था। वहीं एमवीए का कुल वोट प्रतिशत लोकसभा चुनावों में 48.71% था, जबकि इस बार यह घटकर 32.83% रह गया। वहीं भाजपा गठबंधन का कुल वोट प्रतिशत बढ़कर 48.73% हो गया।
बुरे सपने की तरह डराएंगे महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे?
पवार ने हाल ही में कहा कि 2026 में उनका राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने के बाद वह सक्रिय राजनीति से हटने की योजना बना रहे हैं। अगर यह फैसला अंतिम होता है, तो यह उनकी पार्टी के लिए बड़ी चुनौती खड़ी करेगा। खासकर तब, जब विधानसभा चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन इतना कमजोर रहा हो। यदि यह उनका आखिरी चुनाव होगा तो यह चुनावी नतीजे उनके शानदार करियर पर एक धब्बा साबित होंगे, जो हमेशा एक बुरे सपने की तरह उन्हें डराएंगे।