महाराष्ट्र में किसकी बनेगी सरकार? कल आएंगे एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल के नतीजे
- Exit Polls 2024 Axis My India: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रहा है, वहीं महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन को सत्ता में वापसी की उम्मीद है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल (चुनाव बाद सर्वेक्षण) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन को बहुमत मिलने की संभावना जताई गई है। महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीट पर बुधवार को मतदान हुआ। राज्य में मतगणना 23 नवंबर को की जाएगी। महाराष्ट्र में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के गठबंधन ‘महायुति’ तथा कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) के बीच मुकाबला है।
हालांकि प्रदीप गुप्ता के एक्सिस माई इंडिया ने एग्जिट पोल के नतीजे कल यानी गुरुवार को जारी किए जाएंगे। एक्सिस माई इंडिया ने झारखंड के लिए अपने एग्जिट पोल का अनुमान जारी कर दिया है। 'एक्सिस माई इंडिया' के सर्वेक्षण में झारखंड में झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन को 53 सीट जबकि भाजपा नीत राजग को 25 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है। हालांकि सर्वे एजेंसी के प्रमुख प्रदीप गुप्ता ने कहा है कि महाराष्ट्र के आंकड़े कल जारी किए जाएंगे।
क्या कहते हैं अन्य एग्जिट पोल्स?
‘मैट्रिज’ के सर्वेक्षण के अनुसार, महायुति को 150-170 तथा एमवीए को 110-130 सीट मिल सकती हैं। ‘लोकशाही मराठी-रुद्र’ के सर्वेक्षण में कहा गया है कि महाराष्ट्र में महायुति 128-142 सीट हासिल करके एक बार सत्ता में बरकरार रह सकती है। एमवीए को 125-140 सीट तथा अन्य को 18-23 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है। ‘पी-मार्क’ के एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि महायुति को 137-157 तथा एमवीए को 126-146 सीट हासिल हो सकती हैं। ‘पीपुल्स प्लस’ के सर्वेक्षण का आकलन है कि महायुति 175-195 सीट हासिल करके प्रचंड बहुमत की सरकार बनाएगी। वहीं, एमवीए को 85-112 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है।
सत्तारूढ़ महायुति में शामिल भाजपा 149 सीट पर चुनाव लड़ रही है जबकि एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना ने 81 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा 59 सीट पर चुनाव लड़ रही है। वहीं एमवीए में शामिल कांग्रेस 101 पर, शिवसेना (यूबीटी) 95 पर और राकांपा (शरदचंद्र पवार) 86 सीट पर चुनाव लड़ रही हैं। बहुजन समाज पार्टी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सहित छोटी पार्टियां भी चुनाव लड़ रही हैं। बसपा ने 237 और एआईएमआईएम ने 17 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।
ज्ञात हो कि शरद पवार ने लोकसभा चुनाव में अजित पवार को बड़ा झटका दिया था, जिनके गुट को निर्वाचन आयोग ने असल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के रूप में मान्यता दी है। उन्हें विधानसभा चुनावों में भी प्रतिद्वंद्वी गुट को पटखनी देने का भरोसा है, जबकि अजित पवार अच्छे प्रदर्शन के साथ वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। दूसरी ओर, शिवसेना के शिंदे और उद्धव गुटों की बात करें तो लोकसभा चुनाव में दोनों ने ठीक-ठाक प्रदर्शन किया था। ऐसे में जनता किसे पार्टी की विरासत का असल हकदार मानती है, इसका निर्धारण अब विधानसभा चुनाव के नतीजों से होने की उम्मीद है। निर्वाचन आयोग ने शिंदे गुट को असल शिवसेना के रूप में मान्यता दी है।
महाराष्ट्र में शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार), उद्धव की शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और कांग्रेस विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) का हिस्सा हैं। वहीं, सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अलावा शिंदे नीत शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं। शिवसेना के दोनों धड़े 50 सीटों पर आमने-सामने हैं। वहीं, राकांपा के प्रतिद्वंद्वी गुटों ने 37 सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतारे हैं। शिवसेना के दोनों धड़ों के बीच की लड़ाई मुख्यत: ‘मुंबई का बादशाह कौन’ पर केंद्रित है। दरअसल, देश की आर्थिक राजधानी में पहले अविभाजित शिवसेना का दबदबा था, लेकिन अब पार्टी के दोनों गुट वहां आमने-सामने हैं।
(इनपुट एजेंसी)