अब ‘एकनाथ हैं तो सेफ हैं’ का नारा, बगावत के मूड में शिंदे गुट? BJP का क्या रिएक्शन
- महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव जीतकर भाजपा के हौसले बुलंद हैं। ऐसी खबरें हैं कि आलाकमान ने देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर भी लगा दी है। लेकिन क्या उनकी राह इतनी आसान है…
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव जीतकर भाजपा के हौसले बुलंद हैं। ऐसी खबरें हैं कि आलाकमान ने देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर भी लगा दी है। शिवसेना के एकनाथ शिंदे इस्तीफा भी दे चुके हैं। इससे माना रहा है कि शिंदे भी नए सीएम के लिए फडणवीस के नाम पर राजी हैं। इस बीच शिंदे गुट के नेता की एक ऐसी पोस्ट सामने आई है, जिसने महाराष्ट्र की सियासत में खलबली मचा दी है। यह पोस्ट लिखी है डॉक्टर मनीषा कायंदे ने। मनीषा महाराष्ट्र शिवसेना की एमएलसी और प्रवक्ता हैं। इस पोस्ट में मनीषा ने नारा दिया है, ‘एकनाथ हैं तो सेफ हैं...’ वहीं, इस नारे को लेकर भाजपा का रिएक्शन भी सामने आया है।
मनीषा कायंदे के इस नारे पर महाराष्ट्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। आजतक के मुताबिक बावनकुले ने कहाकि पीएम मोदी ने ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का नारा समाज को जोड़ने के लिए दिया था। शिवसेना एमएलसी की पोस्ट पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहाकि कहीं की बात को कहीं जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहाकि पीएम मोदी के नारे से इस बात को जोड़ने का कोई तुक नहीं बनता है।
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से अलग होकर भाजपा को सपोर्ट किया था। इसके बाद भाजपा ने शिंदे को ही सीएम बना दिया। तब देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाया गया था। हालांकि विधानसभा चुनाव के बाद सीन पूरी तरह से बदल गया है। भाजपा ने इस बार महाराष्ट्र में अकेले दम पर 132 सीटें हासिल कर ली हैं। ऐसे में इस बात की उम्मीद बहुत कम है कि शिंदे को फिर से सीएम बनाया जाएगा। हालांकि शिंदे समर्थक लगातार इस बात की मांग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि महायुति गठबंधन ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। इसने 288 में से 235 सीट पर जीत दर्ज की। महायुति के घटक दलों भाजपा ने 132, शिंदे नीत शिवसेना ने 57 और अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 41 सीट हासिल की। गठबंधन में शामिल छोटे दलों ने पांच सीट जीतीं।