मुझे हलके में मत लेना, जिसे समझना हो समझ ले; अटकलों के बीच एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान
- तमाम तरह की अटकलों के बीच एकनाथ शिंदे ने कहा है कि मैं उस समय कहा था कि मैं और देवेंद्र फडणवीस 200 से ज्यादा सीटें लेकर आएंगे और 232 सीटें आईं। इसलिए मुझे हलके में मत लेना, यह इशारा जिसे समझना है, वह समझ ले।
महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे में चल रही अनबन की अटकलों के बीच डिप्टी सीएम ने बड़ा बयान दिया है। एकनाथ शिंदे ने दो टूक कहा है कि कोई भी उन्हें हलके में न ले और जिसे यह समझना है, वह समझ ले। महाराष्ट्र में एनडीए सरकार बनने के बाद से ही शिंदे और फडणवीस में समय-समय पर टकराव की अटकलें लगती रही हैं। शिंदे कई बार अहम कार्यक्रमों को छोड़कर अपने पैतृक गांव चले गए, जिसकी वजह से सवाल उठने लगे। वहीं, बीएमसी सरकार ने भी उनके 1400 करोड़ रुपये के टेंडर को खारिज करके शिंदे को झटका दिया था। इन सबके बीच, शिंदे ने नए बयान में कहा है कि उन्हें हलके में नहीं लिया जाना चाहिए।
एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, ''मैंने पहले ही कहा है कि जिन्होंने मुझे हलके में लिया है... मैं एक कार्यकर्ता हूं, लेकिन बाला साहेब ठाकरे और दिघे साहेब का कार्यकर्ता हूं और यह समझकर मुझे लेना चाहिए। जब हलके में लिया तो 2022 में पलटी कर दिया सरकार को बदल दिया और आम लोगों की सरकार लेकर आई। डबल इंजन की सरकार चली और उस समय कहा था कि मैं और देवेंद्र जी 200 से ज्यादा सीटें लेकर आऊंगा और 232 सीटें आईं। इसलिए मुझे हलके में मत लेना, यह इशारा जिसे समझना है, वह समझ ले।''
पिछले दिनों दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान शरद पवार द्वारा दिए गए पुरस्कार को लेकर भी शिंदे ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने आगे कहा, ''मैं काम करता रहूंगा। पवार साहब ने पुरस्कार दिया। उस पर भी कितने लोग जलने लगे। कितना जलोगे एक दिन तो जलकर खाक हो जाओगे। पवार साहब का भी अपमान किया, जबकि उन्होंने ही सीएम (उद्धव ठाकरे) बनाया था। साहित्यिक लोगों का भी अपमान किया। अमित शाह का भी नाम जोड़ा गया। कभी सुधरेंगे ये सब कि नहीं। जब तक जनता मेरे साथ है, मुझे कोई चिंता नहीं है।'' मालूम हो कि शिवसेना सांसद संजय राउत ने शरद पवार द्वारा शिंदे को पुरस्कार दिए जाने की आलोचना की थी। वहीं, जब आदित्य ठाकरे ने भी दिल्ली दौरे के दौरान राहुल गांधी और केजरीवाल से मिले तो राजधानी में ही मौजूद शरद पवार से दूरी बनाए रखी थी।
'शरद पवार हमारे मार्गदर्शक और नेता हैं'
उधर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधने के कुछ दिनों बाद, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने बृहस्पतिवार को वरिष्ठ नेता की तुलना मराठा सेनापति महादजी शिंदे से की, जिन्होंने 18वीं शताब्दी में दिल्ली पर विजय प्राप्त की थी। यहां एक पुस्तक के विमोचन के लिए आयोजित समारोह में पवार के साथ मंच साझा करते हुए राज्यसभा सदस्य राउत ने राकांपा (एसपी) प्रमुख की प्रशंसा की और उन्हें ऐसा नेता बताया जिन्हें महाराष्ट्र दिल्ली में देखना चाहता है। शिवसेना (यूबीटी) ने पिछले महीने पवार द्वारा एकनाथ शिंदे को सम्मानित किए जाने की आलोचना की थी। शिंदे को पुणे के एक गैर सरकारी संगठन द्वारा स्थापित महादजी शिंदे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। शिंदे 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को गिराकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से मुख्यमंत्री बने थे।