महाराष्ट्र में नतीजों से पहले ही कांग्रेस ऐक्टिव, 103 प्रत्याशियों की बुलाई मीटिंग; एक डर भी जताया
- महा विकास आघाड़ी के घटक दल कांग्रेस ने राज्य में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में 103 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। वरिष्ठ नेता नसीम खान ने बताया कि बाद में पार्टी के ‘कोर ग्रुप’ ने सरकार गठन तथा विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी चर्चा करने के वास्ते एक बैठक की।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही राज्य में कांग्रेस ऐक्टिव हो गई है। उसने राज्य में अपने सभी 103 प्रत्याशियों की मीटिंग बुलाई और उनके साथ नतीजों के बाद की स्थिति पर चर्चा की। पार्टी के एक नेता ने बताया कि महाराष्ट्र के पार्टी प्रभारी रमेश चेन्निथला ने ‘जूम’ पर बैठक की। महा विकास आघाड़ी के घटक दल कांग्रेस ने राज्य में 20 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में 103 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। वरिष्ठ नेता नसीम खान ने बताया कि बाद में पार्टी के ‘कोर ग्रुप’ ने सरकार गठन तथा विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी चर्चा करने के वास्ते एक बैठक की।
इससे पहले शुक्रवार को शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा था कि एमवीए ने अपने सभी नवनिर्वाचित विधायकों को एक स्थान पर रखने और उनके ठहरने का प्रबंध करने का निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि एमवीए 160 सीट जीतेगा और 26 नवंबर से पहले सरकार गठन करने की योजना है। कांग्रेस ने प्रत्याशियों की मीटिंग में भी इसे लेकर चिंता जताई और कहा कि भाजपा और एकनाथ शिंदे की शिवसेना की ओर से तोड़फोड़ की कोशिशें की जा सकती हैं। इसलिए सभी को सावधान और एकजुट रहना है।
ऐसा ही डर शरद पवार ने भी जताया था। उन्होंने भी अपने सारे प्रत्याशियों के साथ एक अर्जेंट ऑनलाइन मीटिंग की थी। इस मीटिंग में शरद पवार ने कहा था कि जो भी लोग जीतें, वे सर्टिफिकेट लेते ही मुंबई के लिए रवाना हों। वहां सभी लोग एक जगह जुटेंगे और फिर आगे की रणनीति पर फैसला किया जाएगा। दरअसल ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने महायुति को बढ़त दिलाई है, लेकिन टाइट फाइट की बात भी कही है। ऐसे में अघाड़ी को लगता है कि यदि करीबी मुकाबला हुआ तो फिर जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो सकती है। ऐसी स्थिति में विधायकों को बचाने की रणनीति बनाई जा रही है।