रिजल्ट से पहले कांग्रेस का दांव, अशोक गहलोत को बनाया महाराष्ट्र का ऑब्जर्वर
- महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर तक का ही है। ऐसे में नतीजों के बाद जिस पार्टी या गठबंधन को बहुमत मिलेगा। उसे सरकार बनाने के लिए कमोबेश दो-तीन दिन का ही समय मिलेगा। ऐसे में कांग्रेस ने अशोक गहलोत को वहां पर्यवेक्षक लगाया है।
कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बड़ी जिम्मेदारी दी है। उन्हें चुनाव के नतीजों के बाद बने माहौल और समीकरणों पर नजर रखने के लिहाज से महाराष्ट्र में ऑब्जर्वर बनाया गया है। एआईसीसी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के हवाले से एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और डॉ जी परमेश्वर को ऑब्जर्बवर बनाया है। जबकि तारिक अनवर, मल्लू भट्टी विक्रमार्का और कृष्णा अल्लावुरु को झारखंड में ऑब्जर्वर बनाया गया है। इन्हें चुनाव के नतीजों के बाद में समीकरणों और माहौल पर नजर रखने का जिम्मा दिया गया है।
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर तक का ही है। ऐसे में नतीजों के बाद जिस पार्टी या गठबंधन को बहुमत मिलेगा। उसे सरकार बनाने के लिए कमोबेश दो-तीन दिन का ही समय मिलेगा। ऐसे में कांग्रेस ने अशोक गहलोत को वहां पर्यवेक्षक लगाया है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी अशोक गहलोत को बतौर सीनियर ऑब्जर्वर अहम जिम्मेदारी दी गई थी। उन्हें मुंबई और कोंकण रीजन का सीनियर ऑब्जर्वर बनाया गया था। दोनों रीजन में कुल 75 सीट हैं। ऐसे में महाराष्ट्र चुनाव में इन दोनों रीजन की 75 सीटों पर चुनावी मैनेजमेंट अशोक गहलोत ने संभाला है। अब नतीजों के बाद के समीकरणों पर भी वे नजर रखेंगे।