पत्नी हारीं, अब बेटे को उतारेंगे अजित पवार? बारामती में फिर पवार बनाम पवार के बन रहे समीकरण
- 2019 के लोकसभा चुनावों में अजित पवार के बड़े बेटे पार्थ पवार को मावल निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना के श्रीरंग बारने ने दो लाख से ज्यादा वोटों से हराया था।
बारामती में एक बार फिर से पवार बनाम पवार की लड़ाई देखने को मिल सकती है। लोकसभा चुनाव में अजित पवार खेमे को शरद पवार खेमे से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन अजित पवार एक बार फिर से नई चाल चलने जा रहे हैं। बारामती से दो एनसीपी गुटों द्वारा परिवार के सदस्यों को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने की संभावना है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने संकेत दिया है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने में रुचि नहीं रख रहे हैं।
अजित पवार से गुरुवार को जब उनके छोटे बेटे जय पवार को विधानसभा चुनाव लड़ाने की संभावनाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैंने अब तक सात से आठ बार चुनाव लड़ा है। मुझे फिर से चुनाव लड़ने में कोई खास दिलचस्पी नहीं है। अगर हमारे पार्टी कार्यकर्ता जय को मैदान में उतारने की मांग करते हैं, तो हम इस बारे में सोचेंगे। बारामती के लिए उम्मीदवार का फैसला संसदीय बोर्ड और बारामती में स्थानीय पार्टी इकाई करेगी।"
संवाददाताओं से बातचीत में अजित पवार इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या जय को उनके समर्थकों की मांग के अनुसार बारामती सीट से मैदान में उतारा जाएगा। अजित पवार ने कहा कि अगर संसदीय बोर्ड और ‘लोगों’ को लगता है कि जय को मैदान में उतारा जाना चाहिए, तो राकांपा उन्हें मैदान में उतारने के लिए तैयार है।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपनी चचेरी बहन और प्रतिद्वंद्वी राकांपा (शरदचंद्र पवार) सांसद सुप्रिया सुले के साथ रक्षा बंधन मनाएंगे, अजित ने कहा कि वह इस समय राज्य के दौरे पर हैं और किसी स्थान पर अपनी सभी बहनों से मिलेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर सुप्रिया सुले वहीं होंगी जहां मैं रहूंगा, तो मैं उनसे मिलूंगा।’’ उन्होंने अपने और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच मतभेदों के बारे में मीडिया खबरों को खारिज करते हुए कहा कि दोनों साथ मिलकर सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं।
2019 के लोकसभा चुनावों में अजित पवार के बड़े बेटे पार्थ पवार को मावल निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना के श्रीरंग बारने ने दो लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। 2024 के लोकसभा चुनावों में अजित की पत्नी सुनेत्रा पवार उनकी चचेरी बहन सुप्रिया सुले से बारामती में 1.5 लाख से ज़्यादा वोटों से हार गईं। जय पवार ने 2019 में मावल में अपने भाई के लिए प्रचार किया था। इसके अलावा, 2024 में के लोकसभा चुनावों में उन्होंने बारामती लोकसभा क्षेत्र में अपनी मां के चुनाव अभियान को एक साथ संभाला था। संयोग से, शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (SP) भी बारामती विधानसभा सीट के लिए अजित पवार के भतीजे युगेंद्र पवार को मैदान में उतार सकती है। युगेंद्र पिछले कुछ महीनों से राजनीति में सक्रिय हैं और उन्होंने सुनेत्रा के खिलाफ सुले के लिए प्रचार किया था। हालांकि, राज्य एनसीपी प्रमुख सुनील तटकरे ने कहा कि अजित पवार के चुनाव लड़ने की उम्मीद है।
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