प्लेसेंटा नीचे होने पर न करें लापरवाही, जानिए किन सावधानियों को बरतें

  • प्लेसेंटा एक अस्थायी शारीरिक अंग है जो प्रेगनेंसी के दौरान विकसित होता है। यह आपके यूटरस की परत से जुड़ता है और गर्भनाल के जरिए बच्चे को पोषण देता है। कई महिलाओं में इसकी पॉजीशन बहुत नीचे हो जाती है, जिसकी वजह से दिक्कत हो सकती है, ऐसे में जानिए किन सावधानियों को बरतें।

Avantika Jain लाइव हिन्दुस्तानSun, 19 Jan 2025 04:36 PM
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प्रेगनेंसी एक खूबसूरत एहसास है। मां बनने का एक्सपीरियंस हर महिला के जीवन में अलग-अलग होता है। इस दौरान शरीर के सभी अंग को अलग अलग तरह से काम करते हैं। इस दौरान शरीर में प्‍लेसेंटा डेवलप होता है। ये एक अस्थायी अंग होता है जो कि प्रेग्‍नेंसी के दौरान गर्भाशय के अंदर बनता है। यह यूट्राइन वॉल से अटैच होता है और बेबी को अम्बिलिकल कॉर्ड के जरिए ऑक्‍सीजन और पोषक तत्‍व पहुंचाता है। प्‍लेसेंटा की कुछ स्थितियां प्रेग्‍नेंसी में कॉम्प्लिकेशन बढ़ा सकती हैं। कई महिलाओं को प्लेसेंटा नीचे होने की शिकायत होती है, ऐसे में ऐसी स्थिति होने पर ज्यादा आराम करने की सलाह दी जाती है।

जानिए प्लेसेंटा नीचे होने पर किन सावधानियों को बरतें

आराम करें

प्लेसेंटा नीचे होने पर ज्यादा से ज्यादा आराम करने की सलाह दी जाती है। कुछ महिलाओं को एक्सपर्ट द्वारा पैर ऊपर करके लेटने को भी कहा जाता है। अगर आपको एक्सपर्ट ने ज्यादा आराम करने को कहा है तो लापरवाही न करें।

भारी काम करने से बचें

अगर महिला का प्लेसेंटा नीचे है तो अपने आप पर दबाव न डालें। इस दौरान भारी चीजों को न उठाने से बचें।

आयरन से भरपूर खाना खाएं

प्रेगनेंसी के समय एनीमिया के खतरे को कम करने के लिए आयरन से भरपूर खाने की चीजें खाई जाती हैं। ब्लड सेल्स की संख्या कम होने पर हीमोग्लोबिन का लेवल कम हो सकता है। इसलिए आयरन से भरपूर खाने की चीजों को डायट में शामिल करें।

न करें ट्रैवलिंग

प्लेसेंटा नीचे होने पर आपको ट्रैवलिंग करने से भी बचना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि प्लेसेंटा नीचे होने पर चलने-फिरने से समस्या बढ़ सकती है। अगर बहुत ज्यादा जरूरी हो तब अपने डॉक्टर की सलाह पर ही जाएं।

डायट का रखें ख्याल

अगर आप बेड रेस्ट पर हैं तो डायट का पूरा ख्याल रखें। प्रेगनेंसी में कब्ज की समस्या हो सकती है, ऐसे में डायट में फाइबर शामिल करें और खूब पानी पीएं।

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डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी सवाल के लिए हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें।

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