सद्गुरु से जानें निगेटिव विचारों को कैसे करें दूर, मन भी होगा शांत

  • लाइफ में जब कोई उतार-चढ़ाव आता है तो मन अशांत होने लगता है और निगेटिव विचार आने लगते हैं। इस तरह के विचारों को दूर करने के लिए आप सद्गुरु की इस बात को अपनाएं।

Avantika Jain लाइव हिन्दुस्तानMon, 30 Sep 2024 05:13 PM
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हमारे मन में अक्सर अच्छे बुरे ख्याल चलते रहते हैं। लेकिन क्या आप भी उन लोगों में से हैं जो बुरे विचारों को खत्म करके सि्र्फ अच्छे विचारों को अपने दिमाग में रखना चाहते हैं? तो आपको सद्गुरू की इस बात को मान लेना चाहिए। अपनी एक पुरानी वीडियो में सद्गुरी ने निगेटिव विचारों कों खत्म करने के बारे में बताया है। 

क्या कहते हैं सदगुरू

कुछ लोग अपने दिमाग से निगेटिव विचारों को हटाकर सिर्फ पॉजिटिव विचारों पर ध्यान देने की कोशिश करते हैं। हालांकि, सदगुरू का कहना है जब आप किसी चीज को जबरदस्ती करने की कोशिश करते हैं तो आप उसके बारे में कई गुणा ज्यादा सोचने लगते हैं। सदगुरु कहते हैं कि आप जिस चीज को अपनी लाइफ से मिटाना चाहते हैं वह आपकी क्वालिटी बन सकता है और आप फिर हमेशा उसके ही बारे में सोचेंगे।

दिमाग के काम करने के तरीके को समझें

सद्गुरु का मानना है कि अगर आप दिमाग से किसी भी चीज को निकालने की कोशिश करते हैं तो सबसे पहले दिमाग के काम करने के तरीके को समझें। उनका कहना है कि हमारे दिमाग में घटाने या फिर भाग करने जैसा कुछ नहीं है बल्कि सिर्फ जोड़ना और गुणा करना है। जब आप कुछ करने का सोचते हैं तो ये आपसे काम को एक बार और करने को कहेगा। अगर आप कड़ी मेहनत करेंगे तो यह और भी ज्यादा हो जाएगा। इस तरह के दिमाग के साथ आप ये नहीं पहचान पाएंगे की क्या निगेटिव है और क्या पॉजिटिव। इसके लिए आपको ये समझना होगा की ये दिमाग आपकी सेवा में है।

जीवन का करें अनुभव

सद्गुरु कहते हैं कि जब आप अपनी आंखें बंद करते हैं तो आप खुद को नहीं देख सकते हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं की आपका अस्तित्व खो नहीं जाता है। अपने भावनाओं और विचारों से परे भी आप मौजूद हैं। तो जो जीवन आप हैं उसका अनुभव करने की जरूरत है। वह कहते हैं कि जीवन का सबसे जरूरी पहलू ये हैं कि आप और मैं इस समय जीवित हैं। आप क्या सोच रहे हैं या मैं क्या सोच रहा हूं ये जरूरी नहीं है। हम इस समय जिंदा ये जरूरी है। अपने अंदर बुनियादी जीवंतता पर ध्यान लगाएं। तब आप देखेंगे कि आप और आपके विचार प्रक्रिया के बीच एक दूरी आ गई है। सद्गुरू कहते हैं कि अपने मानसिक और शारीरिक प्रक्रिया से दुरी बना लेना ही कष्टों का अंत है।

क्या विचारों को हटाया जा सकता है?

सद्गुरू कहते हैं कि जो सोचते हैं कि मैं बुरे विचार हटाकर सिर्फ अच्छे विचार रखूंगा, तो ऐसा नहीं हो सकता। क्योंकि किसी भी विचार को हटाया नहीं जा सकता है। बस कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। जब बुरे विचार आते हैं तो भगवान का नाम जपने से आप इससे बच सकते हैं लेकिन रोक नहीं सकते हैं। ये विचार आपके साथ ही रहेंगे और आपके सपने तक में दिख सकते हैं।

बुरे विचार आने पर क्या करें

जब आप किसी के लिए नकारात्मक सोच रखते हैं तो इसका नुकसान दूसरे को नहीं बल्कि आपको ही होगा। बुरे विचार दूर करने के लिए आपको कुछ ज्यादा नहीं करना है। बल्कि आराम से बैठें और जीवन प्रक्रिया पर ध्यान दें।

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