वर्ल्ड सेप्सिस डे पर जानें क्या है ब्लड इंफेक्शन की ये खतरनाक बीमारी, जो बन सकती है मौत का कारण
World Sepsis Day 2024: वर्ल्ड सेप्सिस डे मनाने का उद्देश्य लोगों के बीच इस ब्लड इंफेक्शन से बचने के लिए जागरुकता फैलाना है। जानें क्या है सेप्सिस होने के कारण और लक्षण।
13 सितंबर को दुनियाभर में सेप्सिस डे मनाया जाता है। इस दिन को सेलिब्रेट करने का उद्देश्य लोगों में सेप्सिस जैसी खतरनाक मेडिकल कंडीशन के बारे में जागरुकता फैलाना है। साथ ही सेप्सिस से बचने का भी उपाय बताना है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन कई सारे दूसरे ऑर्गनाइजेशन की मदद से सेप्सिस से बचने के लिए वैक्सीनेशन और इंफेक्शन रोकने के तरीकों पर काम करती है। वर्ल्ड सेप्सिस डे पर ये जानना जरूरी है कि आखिर सेप्सिस है क्या और इससे बचने का क्या तरीका है।
क्या है सेप्सिस
सेप्सिस या सेप्टिसीमिया ब्लड इंफेक्शन को कहते हैं। इसमे ब्लड में घूमने वाले केमिकल शरीर में सूजन और जलन पैदा करने लगते हैं। जिसकी वजह से शरीर में कई सारी दिक्कते होने लगती हैं और कई अंगों पर असर पड़ता है। सेप्सिस का खतरनाक रूप सेप्टिक शॉक है। जिसमे ब्लड प्रेशर अचानक से कम होने लगता है और इंसान की मौत तक हो जाती है। आमतौर पर सेप्सिस की संभावना बूढ़े और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में ज्यादा होती है।
सेप्सिस यानी ब्लड इंफेक्शन के लक्षण
सेप्सिस के लक्षणों को 3 भागों में बांटा जा सकता है। सबसे पहले सेप्सिस के कुछ शुरुआती लक्षण दिखते हैं, जिसके आधार पर मरीज का इलाज जरूरी होता है, नहीं तो गंभीर लक्षण और फिर सेप्टिक शॉक लगने का डर होता है। ऐसे में जरूरी है कि शुरुआती लक्षणों को भी पहचान कर इलाज किया जाए।
सेप्सिस या ब्लड इंफेक्शन के शुरुआती लक्षण
बहुत तेजी से सांस चलना लगभग एक मिनट में 20 बार से भी ज्यादा बार सांस लेना
शरीर का तापमान तेजी से बदलना
एक मिनट में दिल की धड़कन 90 से ज्यादा हो जाना।
सांस लेने में मुश्किल
यूरिन कम आना या पेनफुल यूरिनेशन
पेट में दर्द
मेंटल हेल्थ में अचानक बदलाव आना
दिल की धड़कन असामान्य हो जाना
बिना वजह पसीना निकलना
सिर में दर्द
कांपना
इंफेक्शन के आधार पर लक्षण जैसे निमोनिया में खांसी का बिगड़ जाना
सेप्सिस यानी ब्लड इंफेक्शन के लक्षण हर इंसान में एक जैसे नहीं होते। कई बार बच्चों और बड़ों में इसके अलग-अलग लक्षण दिखते हैं।
सेप्टिक शॉक लगने के लक्षण
अगर ब्लड में इंफेक्शन बढ़कर सेप्टिक शॉक बन गया है तो उसमे दिखते हैं ये लक्षण
तेजी से ब्लड प्रेशर कम होना
खड़े होने में असमर्थ
बहुत नींद आना या जागे रहना मुश्किल लगना
दिमाग चलने में दिक्कत जैसे बहुत ज्यादा इंसान कंफ्यूज होने लगता है।
ब्लड इंफेक्शन या सेप्सिस होने के कारण
किसी भी तरह का इंफेक्शन फिर चाहे वो वायरल, बैक्टीरियल या फंगल हो। अगर वो ब्लड में फैलता है तो सेप्सिस बन जाता है।
फेफड़ों में होने वाला न्यूमोनिया सेप्सिस का कारण हो सकता है
किडनी, ब्लैडर या यूरिन सिस्टम में होने वाला इंफेक्शन
पाचन सिस्टम में होने वाला इंफेक्शन सेप्सिस हो सकता है
चोट या घाव लगने की वजह से ब्लड में इंफेक्शन हो सकता है
सर्जरी की वजह से भी सेप्सिस होने का खतरा रहता है
सेप्सिस से बचने के उपाय
ब्लड में इंफेक्शन फैलने पर तत्काल उपचार बहुत जरूरी होता है। सेप्टिक शॉक लगने पर मरीज को कई बार ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखना पड़ता है। लेकिन साधारण सेप्सिस होने पर कई तरह के टेस्ट के साथ दवाईयों की मदद से इलाज किया जाता है।
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