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आयुर्वेद में इन 5 चीजों को कहा गया है 'अमृत', खाने वालों से कोसों दूर रहती हैं बीमारियां; 60 की उम्र तक नहीं आता बुढ़ापा

  • आयुर्वेद में हमारे रोग के इलाज के अलावा रोग को कैसे रोका जाए इसका जिक्र भी भरपूर मिलता है। आज हम आपको 5 चीजें बताने वाले हैं जिन्हें आयुर्वेद में अमृत समान बताया गया है। इनके रोजाना सेवन से बीमारियां शरीर से कोसों दूर रहती हैं।

Anmol Chauhan लाइव हिन्दुस्तानFri, 9 Aug 2024 02:01 PM
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आयुर्वेद में हमेशा दवाई पर नहीं बल्कि अच्छे खान-पान और लाइफस्टाइल पर जोर दिया जाता है। आयुर्वेद की मानें तो हमारा खानपान ही दवाई जैसा होना चाहिए ताकि कोई भी रोग हमारे आसपास भी ना फटक सके। आयुर्वेद के ग्रंथों में ऐसे कई भोजन पदार्थों का उल्लेख हैं जिन्हें नियमित रूप से खाने पर हमारी सेहत भी अच्छी रहती है और उम्र भी लंबी होती है। इन्हीं में से कुछ खास को ‘अमृत’ भी कहा गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार ये सभी हमारे शरीर के वात, पित्त और कफ दोष को बैलेंस रखते हैं। इनके सेवन से हमारा शरीर निरोगी तो होता ही है साथ ही उम्र भी लंबी होती है। तो चलिए जानते हैं उन खास चीजों के बारे में।

1) हल्दी

हल्दी जो भारतीय रसोई का बहुत जरूरी हिस्सा है, आयुर्वेद में इसे भी अमृत का दर्जा दिया गया है। आयुर्वेद के अनुसार ये हमारे शरीर के तीनों दोषों को बैलेंस करने का काम करती है। साथ ही अपनी एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों के कारण शरीर को निरोगी और स्वास्थ्य रखती है। मॉडर्न साइंस में भी हल्दी के गुणों पर कई रिसर्च हुई हैं जहां इसके ढेरों फायदे निकल कर सामने आए हैं। आयुर्वेद के अनुसार रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना बहुत ही फायदेमंद होता है।

2) आंवला

आंवला के गुणों के बारे में भला कौन नहीं जानता। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट्स प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। ये शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है और हमारी ओवरऑल हेल्थ को दुरुस्त रखता है। रोजाना आंवले का जूस पीने से या सलाद के रूप में एक आंवला खाने से बड़ी से बड़ी बीमारी भी हमसे दूर रहती है। खराब लाइफस्टाइल के चलते होने वाली शुगर, बीपी और मोटापे जैसे परेशानियां होने का खतरा भी कम हो जाता है।

3) तुलसी

घर-घर में पूजा जाने वाला तुलसी का पौधा भी आयुर्वेद की नजर में अमृत से कम नहीं है। आज के लाइफस्टाइल में एंजाइटी और स्ट्रेस जैसी चीजें काफी आम हो गई हैं। आयुर्वेद की मानें तो तुलसी का सेवन इस समस्या से निजात पाने का सबसे अच्छा तरीका है। इसके अलावा भी तुलसी के ढेरों फायदे हैं। इम्यूनिटी को बढ़ाना हो या ओवरऑल हेल्थ को बेहतर रखना। तुलसी के सेवन का सबसे अच्छा तरीका है रोजाना एक कप तुलसी के पत्तों की चाय पीना।

4) गिलोय

घर के बड़े-बुजुर्ग कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए आज भी गिलोय का इस्तेमाल करते हैं। इसे गुडुची के नाम से भी जाना जाता है। ये हमारे पूरे शरीर को डिटॉक्स करने का काम करती है। इसके साथ ही लीवर, पाचन समस्या और बॉडी की ओवरऑल हेल्थ को इंप्रूव करती है। आयुर्वेद में इसकी पत्तियों और जड़ों का काढ़ा बनाकर पीने का जिक्र है। रोजाना इस काढ़े को पीने से शरीर बिल्कुल स्वास्थ्य रहता है।

5) गाय का शुद्ध देसी घी

आयुर्वेद में गाय के शुद्ध देसी घी को अमृत समान माना गया है। रोजाना अगर एक चम्मच भी शुद्ध घी खा लिया जाए तो शरीर को इसके बहुत से फायदे मिलते हैं। ये हमारे दिमाग, पाचन, इम्यूनिटी और शरीर की पूरी हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है। केवल खाने ही नहीं बल्कि आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल और भी कई तरीकों से बताया गया है। रूखी और बेजान त्वचा के लिए ये एक अच्छा मॉइश्चराइजर है तो वहीं बालों की ग्रोथ के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

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