हेमंत सोरेन की नई सरकार में पांच नए चेहरे होंगे, मंत्री बनने की रेस में कौन-कौन
- इंडिया गठबंधन के घटक दल झामुमो, कांग्रेस, राजद के विधायक दल की रविवार को अलग-अलग बैठक हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री आवास में संयुक्त रूप से इंडिया गठबंधन के विधायक जुटे।
इंडिया गठबंधन के घटक दल झामुमो, कांग्रेस, राजद के विधायक दल की रविवार को अलग-अलग बैठक हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री आवास में संयुक्त रूप से इंडिया गठबंधन के विधायक जुटे। बैठक में हेमंत सोरेन को इंडिया विधायक दल का नेता चुना गया। मंत्रिमंडल के फॉर्मूला भी लगभग तय कर लिया गया है। सरकार में झामुमो के मुख्यमंत्री समेत छह मंत्री, कांग्रेस के चार मंत्री और राजद के एक मंत्री हो सकते हैं। माले की ओर से मंत्री पद की मांग पर इंडिया गठबंधन सकारात्मक रुख रख सकता है और एक पद दिया जा सकता है।
सोरेन की नई सरकार में पांच नए चेहरे होंगे
हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनने वाले मंत्रिमंडल में कम से कम पांच नए चेहरे शामिल होंगे। पुराने मंत्री अगर फिर से बने तो छह मंत्री बन सकेंगे। झामुमो कोटे से दीपक बिरुवा, हफीजुल हसन, रामदास सोरेन फिर से मंत्री बन सकते हैं। महिला कोटा से लुईस मरांडी या सविता महतो में से एक का मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
रेस में इनके नाम
पिछली सरकार में सामान्य कोटे से मिथिलेश ठाकुर पलामू प्रमंडल से जीते गए थे। ऐसे में इस बार इस प्रमंडल से नवनिर्वाचित विधायक अनंत प्रताप देव के मंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे हैं। इनके अलावा रवींद्र नाथ महतो, मथुरा महतो, उमाकांत रजक, भूषण तिर्की भी रेस में हैं। राजद से सुरेश पासवान, संजय प्रसाद यादव और संजय कुमार सिंह यादव में से कोई एक मंत्री बन सकते हैं। हालांकि राजद ने सुरेश पासवान को विधायक दल का नेता बना दिया है। ऐसे में उनके मंत्री बनने की संभावना ज्यादा जतायी जा रही है। वहीं, माले की बात करें तो मंत्री पद मिलने पर अरूप चटर्जी मंत्री बन सकते हैं।
प्रमंडल-जातीय समीकरण साधने में लगी कांग्रेस
कांग्रेस मंत्रिमंडल में प्रमंडल और जातीय समीकरण साधने में लगी है। पिछली सरकार में तीन बार मंत्रिमंडल में बदलाव हुआ था, लेकिन उत्तरी छोटानागपुर से किसी को मंत्री नहीं बनाया गया था। बदलाव के बावजूद संताल से कांग्रेस के दो-दो विधायक मंत्रिमंडल में रहे। ऐसे में पार्टी इस बार उत्तरी छोटानागपुर को भी साधने की तैयारी में है। कांग्रेस में दो नए चेहरों को मौका मिल सकता है। कांग्रेस से इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह और प्रदीप यादव तीनों एक ही प्रमंडल से चुने गए हैं। ऐसे में इनमें से अधिकतम दो ही मंत्री बन सकते हैं। दीपिका पांडेय सिंह अगर मंत्री नहीं बन पाती हैं तो उत्तरी छोटानागपुर से ममता देवी या फिर जयमंगल सिंह को मंत्री की कुर्सी मिल सकती है।