झारखंड एकेडमिक काउंसिल बोर्ड का पूर्ण गठन, 11 नए सदस्य शामिल
20 जनवरी 2019 से जैक का संपूर्ण बोर्ड नहीं था। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की अपर सचिव कुमुद सहाय ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी की। जैक बोर्ड में 11 नए सदस्यों को शामिल किया गया है।
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के बोर्ड का पूर्ण गठन कर दिया गया है। 20 जनवरी 2019 से जैक का संपूर्ण बोर्ड नहीं था। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की अपर सचिव कुमुद सहाय ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी की। जैक बोर्ड में 11 नए सदस्यों को शामिल किया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार राजकीयकृत प्लस टू उच्च विद्यालय तमाड़ के प्रधानाध्यापक डॉ सुरजीत सिंह, अनुसूचित जाति कोटि में नेतरहाट आवासीय विद्यालय के सह शिक्षक डॉ प्रसाद पासवान, अनुसूचित जनजाति कोटि में गुमला के डुमरी महाविद्यालय के व्याख्याता भरत बड़ाइक, पिछड़ी जाति की कोटि में शहीद शक्तिनाथ महतो स्मारक इंटर कॉलेज सिजुआ धनबाद के प्राचार्य अरुण कुमार महतो, अल्पसंख्यक कोटि में दिल्ली पब्लिक स्कूल रांची के सेवानिवृत्त उप प्राचार्य एसएम आमैर और दिव्यांग कोटि में प्लस टू जिला स्कूल दुमका के सेवानिवृत्त प्राचार्य अजय कुमार गुप्ता को जैक बोर्ड का नया सदस्य बनाया गया है।
कई अनुभवी शिक्षकों को बनाया गया सदस्य
इनके अलावा राज्य में 15 साल के शैक्षणिक या प्रशासनिक अनुभव प्राप्त अरबी, फारसी या उर्दू के विद्वान के रूप में सरोतिया उच्च विद्यालय महगामा गोड्डा के सेवानिवृत्त सहायक शिक्षक मो सिराजुद्दीन, अनुभवी शिक्षाविद् के रूप में पीपीके कॉलेज बुंडू के सेवानिवृत्त सहायक प्राध्यापक डॉ राधारमण साहू और प्लस टू या इंटर कॉलेज के प्राचार्य के रूप में अमानत अली इंटर कॉलेज बुंडू के प्राचार्य अली अल अराफात को सदस्य बनाया गया है।
तीन विधानसभा सदस्यों को भी किया शामिल
इससे पहले से जैक के अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार महतो, उपाध्यक्ष विनोद सिंह, पदेन सदस्य के रूप में माध्यमिक शिक्षा निदेशक व झारखंड शिक्षा अनुशंधान व प्रशिक्षण परिषद के निदेशक थे। इनके अलावा रांची विश्वविद्यालय के एक प्रतिनिधि डॉ विजय सिंह के साथ-साथ झारखंड विधानसभा के तीन सदस्य सुदिव्य कुमार, नारायण दास और दीपिका पांडेय सिंह सदस्य हैं।
पूर्ण जैक बोर्ड का गठन होने में लगे 4 साल
जैक बोर्ड का पूर्ण रूप से गठन होने में चार साल से अधिक समय लग गया। 20 जनवरी 2019 से पूर्ण बोर्ड नहीं था। कई सदस्यों के नहीं रहने से बोर्ड सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा था। बोर्ड गठन होने से अब जैक के परीक्षा नियंत्रक, वित्त पदाधिकारी और एकेडमिक अफसर की स्थायी नियुक्ति हो सकेगी। बोर्ड के गठन पर वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के रघुनाथ सिंह, अरविंद सिंह, हरिहर प्रसाद कुशवाहा व मनीष कुमार ने मुख्यमंत्री का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि अब शिक्षकों के हितों की रक्षा होगी। जो काम बोर्ड के अभाव में लंबित पड़े थे वे हो सकेंगे।