आदिवासी छात्रों को इंजीनियरिंग व मेडिकल की नि:शुल्क तैयारी कराएगा कल्याण विभाग
रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग 10वीं एवं 12वीं पास मेधावी आदिवासी विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की नि:शुल्क तैयारी कराएगा। यह कार्यक्रम...

रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग 10वीं एवं 12वीं पास मेधावी आदिवासी विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की नि:शुल्क तैयारी कराएगा। इसकी शुरुआत जुलाई के पहले सप्ताह से होगी। यह घोषणा कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने की। वे बुधवार को रांची के जिला स्कूल परिसर में संचालित आकांक्षा का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि आदिवासी छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा मिलने पर वे इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सरलता से सफल हो सकते हैं। विभाग इसके लिए व्यापक तैयारी करेगा। जब आदिवासी समाज के विद्यार्थी क्वालिटी एजुकेशन प्राप्त करेंगे, तभी हर क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे।
आदिवासी समाज के बच्चे-बच्चियों में काफी प्रतिभा है। जरूरत है कि हम सभी लोग मिलकर उनकी प्रतिभा को तराशने का काम करें। हमारे एसटी-एससी समाज के विद्यार्थियों के अंदर असीम संभावनाएं दिखती हैं। कई क्षेत्रों में हमारे बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन भी किया है। आकांक्षा परिसर के भ्रमण मौके पर कल्याण विभाग के सचिव कृपानंद झा, आदिवासी कल्याण आयुक्त अजयनाथ झा, रांची जिला के कल्याण प्रोजेक्ट डायरेक्टर संजय कुमार भगत और आकांक्षा कार्यक्रम के प्रभारी संयोजक वीके सिंह सहित अन्य उपस्थित थे। जुलाई के प्रथम सप्ताह से निःशुल्क कोचिंग की होगी शुरुआत मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि वर्तमान वर्ष से आकांक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत वैसे आदिवासी विद्यार्थी जो मेधावी हैं, उनका चयन करके उन्हें विशेष रूप से निःशुल्क कोचिंग दी जाएगी। जुलाई 2025 के पहले सप्ताह से कोचिंग दिलाने की कोशिश है। जैक बोर्ड का रिजल्ट आने के बाद बच्चों से आवेदन लिए जाएंगे। प्राप्त आवेदनों में से मेधावी छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा। यह
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