भारत बंद का बुंडू में व्यापक असर
अनुसूचित जाति आरक्षण में उपवर्गीकरण और क्रीमीलेयर के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में बुंडू में भारत बंद का व्यापक असर रहा। सभी दुकानें बंद रहीं और यातायात प्रभावित हुआ। भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने...
बुंडू, संवाददाता। अनुसूचित जनजाति के अनुसूचित जाति आरक्षण में उपवर्गीकरण और क्रीमीलेयर के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में भारत बंद का बुंडू में व्यापक असर रहा। बाजार की सभी दुकानें बंद रहीं। रांची-टाटा रोड पर भी वाहनों का आवागमन सामान्य से कम रहा। बुंडू बस पड़ाव से बस और यात्री दोनों गायब थे। भारत बंद के समर्थन में भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने मौसीबाड़ी से अस्पताल टोली चौक तक और पुनः बिरसा चौक, बुंडू तक मार्च निकाला गया। मार्च में 'मोदी सरकार अध्यादेश लाकर संविधान विरोधी सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट को वापस लो, आरक्षण विरोधी लेटरल इंट्री की नीति पर रोक लगाओ, आरक्षण विरोधी मोदी सरकार पर हल्ला बोल, जातिगत जनगणना अविलंब शुरू करो' आदि नारे लगाए। माले नेताओं ने लेटरल एंट्री के जरिए मोदी सरकार ने एक स्तर पर आरक्षण को निष्प्रभावी बना दिया है। मोदी सरकार को अविलंब जाति जनगणना कर आरक्षण का विस्तार जरूरतमंद सामाजिक जातियों के लिए करना चाहिए। मार्च में माले नेता जगमोहन महतो, सुखदेव मुंडा, गौतम मुंडा, रामेश्वर मुंडा, लखिमनी मुंडा, भीष्म महतो, नानासाय मुंडा, सोमा मुंडा, सुगना मुंडा, बुदू मुंडा, डोमा मुंडा और जयमनि देवी शामिल थे।
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