क्या है 'उड़ान पाकिस्तान', 30 साल बाद फिर क्यों पकड़ी भारत की राह; 5E में छिपे शरीफ के कैसे सपने
इससे पहले अप्रैल में पाक पीएम शहबाज शरीफ ने देश के निर्यात को दोगुना करने के लिए एक व्यापक पांच-वर्षीय रणनीति बनाने का आह्वान किया था
पड़ोसी देश पाकिस्तान में 30 साल बाद फिर से पंचवर्षीय योजना की शुरुआत हुई है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 2024 के आखिरी दिन यानी आज (31 दिसंबर, 2024 को) राष्ट्रीय आर्थिक परिवर्तन योजना 2024-29 की औपचारिक शुरुआत की। इसे 'उड़ान पाकिस्तान: घरेलू राष्ट्रीय आर्थिक योजना' नाम दिया गया है। आर्थिक मोर्चे पर पिछले कुछ सालों से भारी चुनौतियों का सामना कर रहे पाकिस्तान ने इस पंचवर्षीय योजना का लक्ष्य 'पांच ई' पर लक्षित कर रखा है, जिसमें ई-गवर्नेंस से लेकर पर्यावरण, समानता, निर्यात और ऊर्जा को शामिल किया गया है।
पाकिस्तान के अखबार डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसके तहत शहबाज शरीफ सरकार अगले पांच सालों में पाकिस्तान में निर्यात (Export); ई-पाकिस्तान (E-Pakistan); समानता और सशक्तिकरण (Equity and Empowerment); पर्यावरण, खाद्य और जल सुरक्षा (Environment, Food and Water Security); और ऊर्जा और बुनियादी ढाँचा (Energy and Infrastructure) के विकास पर जोर देगी।
इससे पहले अप्रैल में पाक पीएम शहबाज शरीफ ने देश के निर्यात को दोगुना करने के लिए एक व्यापक पांच-वर्षीय रणनीति बनाने का आह्वान किया था और एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण के महत्व की जरूरत पर जोर दिया था। उन्होंने तब व्यापार मंत्रालय को सफल उद्यमियों और हितधारकों से परामर्श कर निर्यात रणनीति तैयार करने को कहा था।
मंगलवार को पंचवर्षीय योजना की फिर से शुरुआत करते हुए इस्लामाबाद में आयोजित समारोह में पीएम शहबाज ने वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब, योजना मंत्री अहसान इकबाल और उप प्रधान मंत्री इशाक डार की खुलकर तारीफ की और कहा कि उनकी मेहनत की वजह से ही पांच सालों के लिए पाकिस्तान के आर्थिक विकास की रणनीति बनाई जा सकी है।
पीएम शरीफ ने कहा, "पिछले नौ महीनों में हमने बड़ी चुनौतियों और कठिनाइयों पर बातचीत की और संघीय और प्रांतीय सरकारों कते साथ-साथ सभी भागीदारों के अथक प्रयासों के माध्यम से, हम व्यापक आर्थिक स्थिरता हासिल करने में सक्षम हुए हैं। पीएम शरीफ ने कहा, “लेकिन यह एक लंबी यात्रा की शुरुआत है जिसमें लक्षित आर्थिक विकास हासिल करने और राष्ट्रों के बीच अपनी खोई जगह पाने के लिए हमें बलिदान, खून और पसीना बहाना पड़ेगा।”
बता दें कि 1947 में आजादी के बाद भारत ने देश के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की अगुवाई में 1951 में सबसे पहला पंचवर्षीय योजना लागू किया था जबकि पाकिस्तान ने 1955 में जाकर ऐसी योजनाओं की शुरुआत की थी। पाकिस्तान में आखिरी और आठवीं पंचवर्षीय योजना 1993-98 लागू किया था। इसके बाद 2004 में पाक योजना आयोग ने पंचवर्षीय योजना का नाम मध्यम अवधि विकास रूपरेखा कर दिया था। इसके बाद कोई ऐसी पांच साल की योजना नहीं पेश की जा सकी थी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।