अंधविश्वास ने किया बेड़ागर्क, पाकिस्तान में तेजी से फैलने लगा पोलियो; सरकार परेशान
- पाकिस्तान में पोलियो के मामलों की संख्या बढ़कर 68 हो गई है। पाकिस्तान पोलियो टीकाकरण अभियान चलाता है लेकिन कई जगहों पर टीम पर हमला किया जाता है और अंधविश्वास के चलते लोग वैक्सीन की खुराक देने से इनकार कर देते हैं।
पाकिस्तान में पोलियो वैक्सीन को लेकर अंधविश्वास के चलते अब तक इस खतरनाक वायरस पर जीत नहीं मिल पाई है। बीते दिनों कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जब पोलियो वैक्सिनेशन टीम पर हमला किया गया है। इसके अलावा कई बार लोग अपने बच्चों को वैक्सीन देने को तैयार नहीं होते हैं। इसके चलते पाकिस्तान में पोलियो के कई मामले सामने आ चुके हैं। हाल ही में पोलियो का एक और मामला सामने आया है, जिससे इस वर्ष देश में पोलियो के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 68 हो गई है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) ने सोमवार को एक बयान में बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान में पोलियो उन्मूलन के लिए क्षेत्रीय संदर्भ प्रयोगशाला ने पोलियोवायरस टाइप-1 के मामले का पता लगाया। नवीनतम मामले की पुष्टि, देश के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान जिले से हुई। उन्होंने कहा कि यह इस साल डेरा इस्माइल खान से 10वां पोलियो मामला है।
आंकड़ों से पता चला कि कुल 68 मामलों में से 27 दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत से, 20 उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत से, 19 दक्षिणी सिंध प्रांत से और एक-एक पूर्वी पंजाब प्रांत और राजधानी इस्लामाबाद से दर्ज किए गए।
गौरतलब है कि पाकिस्तान पोलियो कार्यक्रम एक वर्ष में कई सामूहिक टीकाकरण अभियान चलाता है, जिससे बच्चों को उनके घर तक टीका पहुंचाया जाता है।
एनआईएच ने लोगों को बताया कि पांच साल से कम उम्र के सभी बच्चों को पोलियो वैक्सीन की कई खुराकें देना और नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को पूरा करना इस बीमारी के खिलाफ बच्चों को उच्च प्रतिरक्षा प्रदान करने के लिए आवश्यक है। इस महीने की शुरुआत में 143 जिलों में बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाया गया था, जिसका लक्ष्य पांच साल से कम उम्र के चार करोड़ से अधिक बच्चों को टीका लगाना था।
एनआईएच ने कहा कि अभियान का दूसरा चरण सोमवार को शुरू हुआ, जिसमें बलूचिस्तान प्रांत के बच्चों को टीका लगाया जाएगा। पंजाब सरकार ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को अस्पताल में भेजने के उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुपालन के लिए और तीन दिन का समय मांगा। पंजाब सरकार ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों के साथ विभिन्न स्तरों पर बातचीत जारी है और डल्लेवाल को अस्पताल भेजने के प्रयास किए जा रहे हैं। उच्चतम न्यायालय ने पंजाब सरकार द्वारा किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को अस्पताल में स्थानांतरित करने संबंधी अपने आदेश के अनुपालन पर सुनवाई दो जनवरी तक टाल दी। (भाषा से इनपुट्स के साथ)
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