अपने देश नहीं लौटना चाहते अमेरिका से निकाले गए लोग, पनामा ने 98 को जंगलों में भेजा; तीसरे देश की तलाश
- 98 लोग अमेरिका सरकार द्वारा पनामा भेजे गए 299 प्रवासियों के एक बड़े समूह का हिस्सा हैं। अन्य लोग पनामा सिटी के एक होटल में पुलिस की निगरानी में है और उन्हें उनके देश वापस भेजने की व्यवस्था की जा रही है।
पनामा ने अमेरिका द्वारा निर्वासित किए गए विभिन्न देशों के उन 98 लोगों को बुधवार को अपने डेरियन प्रांत के एक कैंप में शिफ्ट कर दिया है। इन लोगों ने अपने देश लौटने से इनकार कर दिया है। एक सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस घटनाक्रम से परिचित पनामा के एक अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखे जाने की शर्त पर बताया कि डेरियन भेजे गए प्रवासियों ने अपने देश वापस जाने से इनकार कर दिया है और उन्हें तब तक यहीं रखा जाएगा जब तक कि उन्हें लेने के लिए कोई तीसरा देश आगे नहीं आता।
ये 98 लोग अमेरिका सरकार द्वारा पनामा भेजे गए 299 प्रवासियों के एक बड़े समूह का हिस्सा हैं। अन्य लोग पनामा सिटी के एक होटल में पुलिस की निगरानी में है और उन्हें उनके देश वापस भेजने की व्यवस्था की जा रही है। इनमें कुछ भारतीयों के होने की भी बात कही जा रही है। पनामा सरकार ने इस बात से इनकार किया है कि इन लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन वे पुलिस की निगरानी में हैं और उन्हें होटल से बाहर जाने की अनुमति नहीं है।
पनामा की राष्ट्रीय आव्रजन सेवा ने बुधवार को पहले घोषणा की थी कि एक चीनी महिला होटल से भाग निकली थी, लेकिन बाद में अधिकारियों ने बताया कि उसे पुनः पकड़ लिया गया है। पनामा के सुरक्षा मंत्री फ्रैंक अब्रेगो ने मंगलवार को कहा था कि पनामा और अमेरिका के बीच प्रवास समझौते के तहत प्रवासियों को चिकित्सकीय देखभाल और भोजन मुहैया कराया जा रहा है।
"डेरिएन कैम्प" का तात्पर्य डेरिएन गैप के भीतर स्थित एक अस्थायी शिविर से है, जो पनामा और कोलंबिया के बीच की सीमा पर स्थित एक घना वर्षावन क्षेत्र है, जिसका उपयोग अक्सर दक्षिण अमेरिका से मध्य अमेरिका जाने वाले प्रवासियों द्वारा किया जाता है क्योंकि यह दो महाद्वीपों के बीच एकमात्र स्थलीय मार्ग है; "कैनोपी कैम्प" एक प्रसिद्ध पारिस्थितिकी पर्यटन शिविर है जो पनामा में डेरिएन राष्ट्रीय उद्यान के भीतर स्थित है, जिसे डेरिएन गैप की खोज के लिए आधार माना जाता है।
डारिएन कैंप क्या है?
डारिएन कैंप एक शरणार्थी शिविर है, जो पनामा और कोलंबिया की सीमा के पास डारिएन गेप क्षेत्र में स्थित है। यह शिविर मुख्य रूप से उन प्रवासियों और शरणार्थियों के लिए है जो मध्य और दक्षिण अमेरिका से यूएस की ओर यात्रा कर रहे होते हैं। ये लोग अक्सर कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए इस रास्ते से गुजरते हैं, जो जंगलों और पहाड़ियों से भरा हुआ है। डारिएन गेप का क्षेत्र खतरनाक होता है और इसमें बहुत से लोग शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से कठिनाइयों का सामना करते हैं। इस शिविर का उद्देश्य प्रवासियों को अस्थायी शरण देना और उन्हें आगे के रास्ते के लिए सहायता प्रदान करना है। अब पनामा इन लोगों को इसी जंगली इलाकों में रखेगा।
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