यूक्रेन ने उड़ाया रूस का 'अभेद्य' S-350 डिफेंस सिस्टम, भारत और चीन के लिए खतरे की घंटी क्यों?
- यूक्रेन ने रूस के लगभग अभेद्य एस 350 एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है। रूस के इस पॉवरफुल हथियार के नष्ट हो जाने से भारत और चीन चिंता में आ सकते हैं। जानिए क्यों और कैसे?

सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को लेकर एक अहम बैठक के लिए अमेरिका और रूस के शीर्ष राजनयिक पहुंचे ही थे कि इसी दौरान रूस को युद्धक्षेत्र में एक बड़ा झटका लगा। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने एक वीडियो जारी कर दावा किया कि उसकी सेना ने रूस की 'अभेद्य' और एडवांस S-350 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया है। यूक्रेन के ड्रोन अटैक में तबाह हुए रूसी एयर डिफेंस सिस्टम की घटना भारत और चीन के लिए खतरे की घंटी हो सकती है। जानिए कैसे
यूक्रेन द्वारा जारी किए गए इस वीडियो में एक रूसी सैन्य काफिला एक कृषि क्षेत्र से गुजरता दिख रहा है। वीडियो में S-350 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की लॉन्च व्हीकल दिखाई देती हैं। अगले ही पल एक सटीक हवाई हमले में इसे नष्ट कर दिया जाता है, जिससे इलाके में धुआं और धूल का गुबार उठता है।
यूक्रेन ने वीडियो में दिखाई रूसी तबाही
यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय को यह फुटेज ब्लैक फॉरेस्ट ब्रिगेड ने उपलब्ध कराया है। यह यूक्रेन की आर्टिलरी रेकॉनेसेंस (तोपखाना टोही) यूनिट है। हालांकि, इस हमले की सटीक लोकेशन और तारीख का खुलासा नहीं किया गया। यूक्रेन की ‘ब्लैक फॉरेस्ट ब्रिगेड’ ने इस वीडियो के साथ एक बयान जारी किया, "हमारे टोही दल की कुशल रणनीति के चलते रूस की नवीनतम S-350 Vityaz एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम को खोजकर नष्ट करने में सफलता मिली।"
अगर यह दावा सही साबित होता है, तो यह यूक्रेनी सेना के लिए एक बड़ी सफलता होगी, वहीं रूस के लिए यह एक बड़ा झटका और शर्मिंदगी का कारण बन सकता है। रूस अपनी S-300, S-350 और S-400 वायु रक्षा प्रणालियों को "लगभग अभेद्य" मानता रहा है, लेकिन यह हमला उसकी इस धारणा को चुनौती दे सकता है।
क्या है रूस का S-350 एयर डिफेंस सिस्टम?
S-350 रूस की सबसे एडवांस मीडियम-रेंज सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल डिफेंस प्रणाली मानी जाती है। इसे रूसी सेना में पुराने S-300PS और Buk-M1-2 सिस्टम की जगह 2020 में शामिल किया गया था। इसकी लागत की बात करें तो एक S-350 यूनिट की कीमत 130 मिलियन डॉलर से अधिक है। इसकी प्रत्येक यूनिट में 12 मिसाइलों वाला मोबाइल लॉन्चर, एडवांस मल्टी-फंक्शनल रडार और एक कमांड पोस्ट शामिल होता है।
यह सिस्टम 120 किमी तक की दूरी तक आने वाले क्रूज़ मिसाइल, टैक्टिकल बैलिस्टिक मिसाइल, ड्रोन, लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर को नष्ट कर सकता है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिस्टम भी मौजूद है, जिससे यह बिना मानवीय हस्तक्षेप के स्वतः ही खतरों को पहचानकर उन्हें नष्ट कर सकता है।
भारत और चीन के लिए चिंता कैसे?
S-350 और S-400 दोनों ही रूस की S-300 प्रणाली के उन्नत संस्करण हैं। भारत और चीन दोनों ने हाल के वर्षों में रूस से बड़ी संख्या में S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदे हैं। S-350, भले ही S-400 जितना एडवांस न हो, लेकिन इसे भी एक बेहद प्रभावी सुरक्षा प्रणाली माना जाता है। S-350 मध्यम दूरी की सुरक्षा प्रदान करता है, जबकि S-400 लंबी दूरी की मिसाइलों को नष्ट कर सकता है। दोनों सिस्टम में इस्तेमाल होने वाली मिसाइलें एक जैसी होती हैं, केवल इनकी मारक क्षमता में अंतर होता है।
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