ब्रैड पिट, कार्टून और गूगल, FB पर चीन में बैन, पांचवीं किस चीज पर प्रतिबंध; जानकर होंगे हैरान
- गूगल पर दुनिया भर में 8.5 अरब सर्च किए जाते हैं। भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत तमाम देशों में गूगल इंटरनेट पर सर्चिंग का पर्याय है। इसके बाद भी वह चीन में अस्तित्व नहीं रखता। चीन में गूगल पर पाबंदी है। इसके अलावा गूगल की अन्य सेवाओं पर भी रोक है। गूगल ने सिक्योरिटी की चिंता जताते हुए बैन लगाया था।
भारत का पड़ोसी देश पूरी दुनिया के लिए ही एक पहेली की तरह रहा है। इसकी वजह यह है कि मीडिया पर वहां काफी पाबंदियां हैं। चीन के बारे में कोई जानकारी बड़ी मुश्किल से ही दूसरे देशों तक पहुंच पाती है और उसमें भी काफी वक्त लगता है। ऐसी ही कुछ जानकारियां हैं, जिन्हें सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा। पाबंदियों के लिए मशहूर चीन में ऐसी-ऐसी चीजों पर रोक है, जो बेहद जरूरी और सहज लगती हैं। इनमें से ही एक गूगल है, जो पूरी दुनिया में चल रहा है। लेकिन चीन ने गूगल पर पाबंदी लगा रखी है। इसके अलावा फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी वहां पाबंदी है। इसके अलावा कुछ और चीजों पर भी रोक है, जिन्हें जानकर आप भी हैरान होंगे...
चीन में चमेली यानी जैस्मीन के फूल पर पाबंदी
दिसंबर 2010 में जैस्मीन फ्लावर ट्यूनीशिया में चली क्रांति का प्रतीक बन गया था। 28 दिन का आंदोलन चला था और इसे जैस्मीन रिवॉलूशन करार दिया गया था। कम्युनिस्ट देश चीन में नागरिकों के आंदोलन या प्रदर्शन करने पर चेतावनी है। ऐसे में चीन उस तरह की कोई जानकारी भी नहीं आने देना चाहता, जिससे नागरिकों में किसी तरह के आंदोलन की इच्छा जागृत हो। इसके चलते चीन ने जैस्मीन फ्लावर पर ही बैन लगा दिया था। जैस्मीन फ्लावर की खरीद, बिक्री और उसकी खेती पर चीन में पाबंदी है। यहां तक कि इंटरनेट पर भी उसका जिक्र नहीं किया जा सकता।
गूगल पर बैन, उसकी जगह चलता है Baidu
गूगल पर दुनिया भर में 8.5 अरब सर्च किए जाते हैं। भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत दुनिया भर के तमाम देशों में गूगल इंटरनेट पर सर्चिंग का पर्याय है। इसके बाद भी वह चीन में अस्तित्व नहीं रखता। चीन में गूगल पर पाबंदी है। इसके अलावा गूगल की अन्य सेवाओं पर भी रोक है। चीन ने पाबंदी लगाते हुए कहा था कि गूगल हमारे लोगों के बारे में डेटा जुटाता है और इसे गैर-चीनी लोगों के पास रखा जाता है। यह हमारे लिए खतरा है। चीन में गूगल के स्थान पर एक लोकल सर्च इंजन Baidu चलता है।
विनी द पूह कॉमिक कैरेक्टर भी बैन
चीन में विनी द पूह नाम के कॉमिक कैरेक्टर पर भी बैन है। 2013 में बराक ओबामा चीन आए थे। उनकी और शी जिनपिंग की मुलाकात हुई थी, लेकिन दोनों देशों के बीच रिश्ते सहज नहीं हुए। इस मीटिंग में कोई अच्छी डील नहीं हो सकी थी। इसके चलते शी जिनपिंग की तस्वीरें विनी द पूह नाम के कैरेक्टर का इस्तेमाल करते हुए वायरल हुई थीं। ऐसे मीम्स से चीन सरकार बिफर गई थी। इसके बाद विनी द पूह कैरेक्टर पर ही बैन लगा दिया गया। इसके अलावा चीन में पेप्पा पिग नाम के कैरेक्टर पर भी पाबंदी है, जो पूरी दुनिया में टीनएजर्स का पसंदीदा कैरेक्टर रहा है।
शो और मूवी में टाइम ट्रैवल वाली कहानियों पर रोक
चीन में कोई भी ऐसी मूवी या शो नहीं दिखाया जा सकता, जिसमें टाइम ट्रैवल हो। इसे लेकर चीन की सरकार का कहना है कि टाइम ट्रैवल से इतिहास को गलत ढंग से पेश करने की संभावना बढ़ जाती है।
ब्रैड पिट पर भी रोक, नहीं दिखाई जा सकतीं उनकी मूवीज
ब्रैड पिट की फिल्में पूरी दुनिया में देखी जाती हैं। वह एक शानदार अभिनेता हैं, जिन्होंने हर तरह की फिल्मों में काम किया है। चीन में लेकिन वह पर्दे से गायब हैं। ब्रैड पिट पर चीन में पाबंदी है। इसका कारण यह है कि उन्होंने दलाई लामा औऱ तिब्बती बौद्धों की जिंदगी पर आधारित एक फिल्म बनाई थी। इस मूवी का नाम था- तिब्बत में 7 साल। इस पर चीन ने ऐतराज जताया था। चीन ने फिल्म पर तो बैन लगाया ही था। इसके अलावा ब्रैड पिट पर ही अब पाबंदी लग चुकी है।
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