अब हराम नहीं केक पर बधाई लिखना; सालों तक बैन के बाद इस मुस्लिम देश ने लिया बड़ा फैसला
सालों तक बैन रखने के बाद अब मलेशिया की सरकार ने केक पर बधाई लिखने को हराम की कैटगरी से हटा दिया है। क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले यह बड़े फैसले के रूप में देखा जा रहा है।
क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले इस्लामिक देश मलेशिया ने हलाल नियम में बड़ा बदलाव किया है। सालों तक बैन रखने के बाद अब मलेशिया की सरकार ने केक पर बधाई लिखने को हराम की कैटगरी से हटा दिया है। फैसले से पहले मलेशिया में लोग गैर इस्लामिक त्योहारों पर केक के ऊपर नाम नहीं लिख सकते थे। इसे सरकार ने हराम कैटेगरी में रखा था। लेकिन, अब बड़ा बदलाव करते हुए सरकार ने केक पर नाम लिखने की अनुमति दे दी है। कहा है कि केक पर नाम लिखना अब हराम नहीं कहलाएगा।
मलेशिया में हलाल प्रमाणपत्र वाली बेकरियां अब केक या कन्फेक्शनरी आइटम्स पर किसी भी उत्सव की शुभकामनाएं लिख और प्रदर्शित कर सकती हैं। मलेशिया के इस्लामी विकास विभाग (जाकिम) ने गैर-मुस्लिम धर्मों के त्योहारों के लिए नया नियम लागू किया है। इस फैसले के साथ ही सरकार ने खाद्य पदार्थों के सार्वजनिक प्रदर्शन पर पहले के प्रतिबंध हटा दिए हैं।
scmp की रिपोर्ट के मुताबिक, जाकिम ने सोमवार को कहा कि हलाल प्रमाणीकरण वाले व्यवसायों पर अब केक या इसी तरह के खाद्य पदार्थों पर किसी भी उत्सव की शुभकामनाएं लिखने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
जाकिम के हलाल प्रबंधन प्रभाग के कॉर्पोरेट विभाग ने एक बयान में कहा, "जाकिम मलेशियाई हलाल प्रमाणन प्रक्रिया मैनुअल में किसी भी संबंधित मामले की समीक्षा और पुनर्मूल्यांकन करेगा। इस स्पष्टीकरण के साथ, जाकिम का 2020 से लागू फैसला अब लागू नहीं होगा।"
पहले क्या फैसला था
दिसंबर 2020 में जाकिम के तत्कालीन उप महानिदेशक अब्दुल अजीज जुसोह ने फैसले में कहा था कि हलाल-प्रमाणित दुकानों को केवल उन उत्पादों पर उत्सव की शुभकामनाएं लिख सकते हैं जो सार्वजनिक प्रदर्शन पर नहीं होंगे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।