पुतिन ने कीव जीत लिया तो उनकी भूख और बढ़ेगी; रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर अमेरिकी रक्षा मंत्री
- Russia Ukraine conflict: रूस युक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि अगर पुतिन यूक्रेन को जीतने में कामयाब हो जाते हैं तो उनकी भूख और बढ़ेगी। यूक्रेन को लेकर अपनी आखिरी बैठक में हिस्सा ले रहे ऑस्टिन ने कहा कि ट्रंप प्रशासन को यूक्रेन की मदद जारी रखनी चाहिए।
रूस-यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष को लेकर पश्चिमी देशों और यूक्रेन के बीच जर्मनी में एक बैठक हुई। जर्मनी के रामस्टीन एयरबेस पर हो रही इस बैठक में अमेरिका की तरफ से रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने भाग लिया। 50 सदस्य देशों के बीच ऑस्टिन ने कहा कि आगामी ट्रंप प्रशासन को यूक्रेन की मदद करना जारी रखना चाहिए। क्योंकि अगर पुतिन ने कीव को जीत लिया तो उनकी भूख और भी ज्यादा बढ़ जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यूक्रेन को दी जाने वाली मदद को कम करना या बंद करना केवल आक्रामकता और अराजकता को बढ़ाएगा। इससे किसी का भला नहीं होगा।
ऑस्टिन के पास ही बैठे यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि इतने सालों से हम यह युद्ध लड़ रहे हैं। अब जबकि गेंद हमारे पाले में है तब इसे छोड़ देना वास्तव में पागलपन होगा। हमें अपने रक्षा गठबंधन को मजबूती के साथ बनाए रखना होगा। दुनिया में चाहे कोई कुछ भी कहे लेकिन हर नागरिक यह सुनिश्चित करना चाहता है कि कहीं उनका देश नक्शे से मिट न जाए।
जाते-जाते 500 मिलियन डॉलर की मदद देगा अमेरिका
बाइडन प्रशासन में रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इस बैठक में कहा कि अमेरिका, यूक्रेन की मदद के लिए 500 मिलियन डॉलर की रक्षा मदद भेजेगा। इसमें लड़ाकू विमानों के लिए मिसाइलें, अत्याधुनिक एफ-16 विमानों के कलपुर्जे, बख्तरबंद ब्रिज प्रणाली और गोला-बारूद और हथियार शामिल होगा। लॉयड ने बताया कि इन हथियारों को पेंटागन इस महीने के अंत तक यूक्रेन में पहुंचाने की कोशिश करेगा।
50 देशों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि अगर तानाशाहों को लगता है कि लोकतंत्र अपनी हिम्मत खो देगा, अपने हितों को छोड़ देगा या अपने सिद्धांतों को भूल जाएगा तो वह गलत हैं, उन्हें अपनी हर आक्रामकता का हिसाब देना होगा।। उन्हें यह समझ आ जाना चाहिए कि उन्हें उनकी आक्रामकता का फल भुगतना होगा। हम यूक्रेन की मदद के लिए शुरुआत से खड़े हुए हैं और आगे भी खड़े रहेंगे।
लॉयड ने कहा कि यूक्रेन में जारी युद्ध ने दुनिया के कई देशों के सामने हथियारों की चिंता को खड़ा कर दिया है। आज हमें यह बात समझ आ चुकी है कि कई देशों के पास लड़ने के लिए पर्याप्त हथियार नहीं है। इसी वजह से अमेरिका सहित कई देशों ने अपने हथियारों का उत्पादन बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका अभी तक 66 अरब डॉलर की मदद यूक्रेन को भेज चुका है। इसमें से ज्यादातर हिस्सा युक्रेन पहुंच चुका है।
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