कुर्सी छोड़ने से पहले बाइडन ने दिया घातक हथियार, तो रूस पर टूट पड़े जेलेंस्की; बदला लेंगे पुतिन
- मंत्रालय ने दावा किया कि रूसी वायु रक्षा प्रणाली ने सभी मिसाइलों को नष्ट कर दिया। रूस ने इस हमले के लिए यूक्रेन को पश्चिमी देशों द्वारा समर्थन प्राप्त होने का आरोप लगाया।
यूक्रेन ने हाल ही में रूस पर बेहद घातक मिसाइलों से हमला किया है जिसे उसने अमेरिका से लिया था। इस मिसाइल को ATACMS कहा जाता है। रूस का आरोप है कि यूक्रेन ने शुक्रवार को उसके सीमा क्षेत्र बेलगोरॉड पर अमेरिकी ATACMS मिसाइलों से हमले किए। अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जवाबी कार्रवाई की कसम खाई है। रूस के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यूक्रेन ने ये हमला शुक्रवार को किया था। रूस ने इसे पश्चिमी देशों द्वारा "गंभीर उकसावे" वाली हरकत बताई है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा, "3 जनवरी को यूक्रेनी क्षेत्र से बेलगोरॉड क्षेत्र पर अमेरिकी निर्मित ATACMS ऑपरेशनल-टैक्टिकल मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की गई।" मंत्रालय ने दावा किया कि रूसी वायु रक्षा प्रणाली ने सभी मिसाइलों को नष्ट कर दिया। रूस ने इस हमले के लिए यूक्रेन को पश्चिमी देशों द्वारा समर्थन प्राप्त होने का आरोप लगाया। मंत्रालय ने कहा, "पश्चिमी देशों द्वारा समर्थित यूक्रेन शासन की इन कार्रवाइयों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।"
बाइडन और ट्रंप की अलग-अलग राय
बता दें कि कुर्सी छोड़ने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को लंबी दूरी के बेहद घातक हथियार उपलब्ध कराए हैं। इतना ही नहीं, पिछले साल बाइडन ने यूक्रेन को इन हथियारों के इस्तेमाल की मंजूरी भी दे दी थी। हालांकि यूक्रेन को लंबी दूरी के हथियार देने की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की नीति की आलोचना करते हुए रूस ने इसे युद्ध में "गंभीर वृद्धि" करार दिया है। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने एक इंटरव्यू में कहा था कि वह यूक्रेन को इन हथियारों का इस्तेमाल करने के सख्त खिलाफ हैं, क्योंकि इससे संघर्ष और बढ़ सकता है। बता दें कि इसी महीने की 20 तारीख को डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
ATACMS क्या है?
ATACMS का पूरा नाम "आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम" है। यह अमेरिकी सेना द्वारा विकसित एक सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है। यह मिसाइल 300 किलोमीटर तक के लक्ष्यों को भेद सकती है। ATACMS को लंबी दूरी तक सटीकता के साथ हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह मिसाइल प्रणाली GPS और उन्नत नेविगेशन सिस्टम के जरिए बेहद सटीक हमला करने में सक्षम है। ATACMS विभिन्न प्रकार के वारहेड ले जा सकता है, जिसमें क्लस्टर म्यूनिशन और विस्फोटक वारहेड शामिल हैं। इसका उपयोग दुश्मन के कमांड सेंटर, एयर डिफेंस सिस्टम, और अन्य महत्वपूर्ण ठिकानों को नष्ट करने के लिए किया जाता है। यह प्रणाली आधुनिक युद्ध में तेजी से और सटीकता के साथ रणनीतिक लाभ प्रदान करने के लिए बनाई गई है। ATACMS को पहली बार 1991 के खाड़ी युद्ध में इस्तेमाल किया गया था।
रूस का हमला और बढ़त
यूक्रेन और रूस ने नए साल के बाद से एक-दूसरे पर नागरिकों पर घातक हमले करने का आरोप लगाया है। शनिवार को, रूस ने दावा किया कि उसने पूर्वी लुहान्स्क क्षेत्र के नादिया गांव पर कब्जा कर लिया है। यह गांव यूक्रेन के नियंत्रण वाले कुछ शेष क्षेत्रों में से एक था। इस बीच, यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी खारकीव क्षेत्र में एक रूसी हमले में 74 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। क्षेत्रीय गवर्नर ओलेग सिनेगुबोव ने इस घटना की पुष्टि की। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में रूस ने यूक्रेन में लगभग 4,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया। यूक्रेनी सेना लगातार जनशक्ति की कमी और थकावट से जूझ रही है, जिससे उसकी स्थिति कमजोर हो रही है।
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