अंतरिक्ष से कैसा दिख रहा पाकिस्तानी आसमान में फैला प्रदूषण, NASA ने जारी की अचरज वाली तस्वीर
दमघोंटू परिस्थितियों से निपटने के लिए पंजाब समेत कई प्रांतों की सरकारों ने 17 नवंबर तक स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया है। इसमें लाहौर भी शामिल है, जिसे स्विस समूह IQAir ने वायु गुणवत्ता के मामले में दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बताया है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रदूषण का स्तर अभूतपूर्व ऊंचाई पर चला गया है। इसकी वजह से वहां के आसमान में घना, काला और जहरीला धुआं छाया हुआ है। इससे पाकिस्तानियों का सांस लेना भी दूभर हो चला है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वर्ल्डव्यू से प्राप्त उपग्रह चित्रों में अब अंतरिक्ष से भी पाकिस्तान के ऊपर छाए काले धुएं का साम्राज्य दिख रहा है। नासा के इस सैटेलाइट इमेजरी में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के ऊपर छाए धूसर धुंध के विशाल बादल को दिखाया गया है।
पाकिस्तान के आसमान की ऐसी स्थिति तब हुई है, जब कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के कुछ शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 2000 के आंकड़े को पार करते हुए रिकॉर्ड तोड़ प्रदूषण स्तर दर्ज किया गया था। ये तस्वीर पिछले सप्ताहांत की है, जब पाकिस्तान के लाहौर और मुल्तान शहरों के ऊपर काले और धूसर धुएं का गुब्बार दिख रहा है। अंतरिक्ष से नीचे कहीं भी सड़क या कोई इमारत नहीं दिख रही है। हर जगह धुएं का साम्राज्य है।
इस बीच, खराब हवा और दमघोंटू परिस्थितियों से निपटने के लिए पंजाब की मरियम नवाज सरकार समेत कई प्रांतों की सरकार ने 17 नवंबर तक स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया है। इसमें लाहौर भी शामिल है, जिसे स्विस समूह IQAir ने वायु गुणवत्ता के मामले में दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बताया है। पाकिस्तान सरकार ने स्कूल-कॉलेजों के अलावा पार्कों और चिड़ियाघरों को भी सार्वजनिक स्थल के रूप में बंद कर दिया है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, लाहौर, मुल्तान, फैसलाबाद और गुजरावाला के लोगों को आंखों में जलन, गले में जलन, आंखों में संक्रमण और सांस संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र की बाल एजेंसी ने सोमवार को चेतावनी दी कि पाकिस्तान के पूर्वी पंजाब प्रांत में 1.1 करोड़ बच्चों का स्वास्थ्य वायु प्रदूषण के कारण खतरे में है। पिछले महीने से लाहौर और पंजाब के 17 अन्य जिलों में जहरीला धूम-कोहरा छाया हुआ है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि 40,000 से ज़्यादा लोगों का सांस संबंधी बीमारियों के लिए इलाज किया गया है।
पाकिस्तान में यूनिसेफ प्रतिनिधि अब्दुल्ला फादिल ने एक बयान में सरकार से 5 साल से कम उम्र के 1.1 करोड़ प्रभावित बच्चों और अन्य लोगों के लिए वायु प्रदूषण को कम करने के लिए तत्काल और अधिक प्रयास करने का आग्रह किया। फादिल ने कहा, ‘‘वायु प्रदूषण के इन रिकॉर्ड-तोड़ स्तरों से पहले, पाकिस्तान में 5 साल से कम उम्र के बच्चों में लगभग 12 प्रतिशत मौतें वायु प्रदूषण के कारण हुई हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस साल के असाधारण धूम-कोहरा के प्रभाव का आकलन करने में समय लगेगा, लेकिन हम जानते हैं कि हवा में प्रदूषण की मात्रा दोगुनी और तिगुनी होने से विनाशकारी प्रभाव पड़ेंगे, खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर।’’
अधिकारियों ने शुक्रवार को सभी पार्क और संग्रहालयों को 10 दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया और वे लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने का आग्रह कर रहे हैं। पंजाब में पर्यावरण संरक्षण विभाग के अनुसार, सोमवार को मुल्तान सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक लगभग 800 था, जबकि लाहौर का 600।
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