इमरान खान समर्थकों और पाक सेना में खूनी भिड़ंत, गोलीबारी में 6 प्रदर्शनकारी और 4 सैनिकों की मौत
इस बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस घटना की निंदा की है और इसे प्रदर्शनकारियों का हमला कहा है। पाकिस्तान के गृह मंत्री ने कहा है कि इस हमले में कम से कम चार सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में मंगलवार को भी भारी बवाल हुआ। विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के हजारों कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने सरकार के प्रतिबंधों की अनदेखी करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी संस्थापक इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। राजधानी के डी चौक पर जमा प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पाकिस्तान की सेना और पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा।
हुआ यूं कि इमरान खान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने भारी सुरक्षा वाले इलाके में धावा बोल दिया, जिससे उनकी सैन्य कर्मियों के साथ टकराव बढ़ गया। हालात बेकाबू होता देख सेना और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग कर दी। इससे आंदोलनकारी और भड़क गए और उन लोगों ने भी सेना और अर्द्धसैनिक बलों पर धावा बोल दिया। इस खूनी भिड़ंत में छह प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। डॉन की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों के हमले में अर्द्धसैनिक बलों के चार जवानों की भी मौत हुई है।
इस बीच, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस घटना की निंदा की है और इसे प्रदर्शनकारियों का हमला कहा है। पाकिस्तान के गृह मंत्री ने कहा है कि इस हमले में कम से कम चार सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई है। बता दें कि इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी के नेतृत्व में पिछले चार दिनों से प्रदर्शन हो रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए इस्लामाबाद के डी-चौक पर स्थित प्रमुख सरकारी इमारतों और सैन्य सैनिकों की सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ-साथ पाकिस्तानी सेना को भी तैनात किया गया है।
डॉन की खबर के अनुसार, सुरक्षा बलों को दंगाइयों को देखते ही गोली मारने सहित अनेक उपाय करने के लिए अधिकृत किया गया है और अगर आवश्यक हो तो सेना के पास कर्फ्यू लगाने की शक्ति दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आबपारा चौक पर आंसू गैस के गोले दागे जाने से कारोबार बंद हो गया जबकि रावलपिंडी से अतिरिक्त पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया है। सरकार और विपक्षी दल के बीच बातचीत में गतिरोध के बीच इस्लामाबाद के डी-चौक पर जैसे ही कई पीटीआई प्रदर्शनकारी पहुंचे, सुरक्षा बलों ने उनपर तीव्र आंसू गैस के गोले दागे।
पीटीआई ने पूरे देश में अपने समर्थकों को रविवार से राजधानी पहुंचने के लिए कहा था जिसके बाद आज का बहुप्रचारित शक्ति प्रदर्शन हो रहा है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने सरकार के अनुच्छेद 245 को लागू करने के बाद शहर के रेड जोन में सेना की तैनाती की घोषणा की। डी-चौक, इस्लामाबाद में किलेबंद रेड ज़ोन का एक चौराहा है जो लंबे समय से राजनीतिक विरोध प्रदर्शन का एक स्थल रहा है। इस चौक के आसपास संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट, पाकिस्तान सचिवालय और प्रधानमंत्री कार्यालय सहित महत्वपूर्ण सरकारी भवन स्थित हैं।
दृश्यों में प्रदर्शनकारियों को डी-चौक से लगभग 500 मीटर की दूरी पर एकत्रित होते हुए दिखाया गया है, जहां प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए विशाल कंटेनरों की तीन परतों को एक-दूसरे के ऊपर रखा हुआ देखा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि 13 नवंबर को, इमरान खान ने 24 नवंबर को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए अंतिम आह्वान किया था, जिसमें पीटीआई के चुनावी जनादेश की बहाली, हिरासत में लिए गए पार्टी सदस्यों की रिहाई और 26वें संशोधन को पलटने की मांग की गई थी, जिसके बारे में उनका कहना है कि इससे ‘तानाशाही शासन’ मजबूत हुआ है।
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