पाकिस्तान में भारी बवाल; देखते ही गोली मारने का आदेश, प्रदर्शनकारियों संग झड़प में 5 मौतें
- मंत्री ने सवाल किया, ‘इस्लामाबाद जाते समय कटी पहाड़ी पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ झड़प में कांस्टेबल मुबाशिर की जान चली गई। जो लोग उन्हें राजनीतिक पार्टी कहते हैं, उनसे मैं पूछता हूं कि क्या वे इसके बाद भी ऐसा कहेंगे।'
पाकिस्तान में झड़प के दौरान 4 सैनिकों और 1 प्रदर्शनकारी की मौत के बाद 'शूट ऑन साइट' का आदेश जारी हुआ है। इस्लामाबाद में हिंसा तब भड़की जब जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने सोमवार देर रात राजधानी में प्रवेश किया। उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार की ओर से राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों को दबाने के सारे प्रयास विफल कर दिए। प्रदर्शन के दौरान झड़प में 4 पैराट्रूपर्स मारे गए। इसे देखते हुए सेना को अनुच्छेद 245 के तहत 'देखते ही गोली मारने' का आदेश जारी कर दिया गया। इमरान खान के राजनीतिक आंदोलन के प्रवक्ता जुल्फी बुखारी ने कहा, 'झड़प में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और अन्य कई घायल हो गए।'
पंजाब प्रांत की सूचना मंत्री आजमा बुखारी ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ समर्थकों ने इस्लामाबाद जाते समय झड़प के बाद कई पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया था। मंत्री ने सवाल किया, ‘इस्लामाबाद जाते समय कटी पहाड़ी पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ झड़प में कांस्टेबल मुबाशिर की जान चली गई। जो लोग उन्हें राजनीतिक पार्टी कहते हैं, उनसे मैं पूछता हूं कि क्या वे इसके बाद भी ऐसा कहेंगे। इमरान खान के समर्थकों की ओर से पुलिस अधिकारियों को बंधक बनाना... क्या यह राजनीति है।’ बुखारी ने कहा कि खान की पत्नी बुशरा बीबी इस देश में आग लगा रही हैं। वह अपने पति को रिहा करवाने के लिए पश्तूनों को भड़का रही हैं।
'PTI के 3,500 से अधिक नेता और कार्यकर्ता गिरफ्तार'
72 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री खान ने अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी और 26वें संशोधन के पारित होने की निंदा करते हुए 24 नवंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए आह्वान किया था। खान पिछले साल से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। उनकी पार्टी के अनुसार, खान पर 200 से अधिक मामले दर्ज हैं। इस बीच, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने कहा कि पंजाब और इस्लामाबाद में पुलिस ने 3,500 से अधिक पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। खान की पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘इस्लामाबाद जाते समय पुलिस के साथ हुई झड़पों के दौरान पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता घायल हो गए और 3,500 से अधिक पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।’ उन्होंने कहा कि पार्टी का इस्लामाबाद की ओर मार्च तब तक जारी रहेगा जब तक खान और अन्य राजनीतिक कैदियों की जेल से रिहाई नहीं हो जाती और न्यायपालिका की स्वतंत्रता बहाल नहीं हो जाती।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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