पाकिस्तान ने ड्रोन से भेजी हेरोइन, 1 महिना में 24 करोड़ की ड्रग सप्लाई- राजस्थानी बिचोलिया अरेस्ट
राजस्थान पुलिस ने ड्रोन के जरिए ड्रग की डिलीवरी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है। यह हेरोइन पाकिस्तान स्थित आपूर्तिकर्ताओं द्वारा पंजाब में डिलीवरी कर लाई गई थी।
राजस्थान पुलिस ने ड्रोन के जरिए ड्रग की डिलीवरी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है। यह हेरोइन पाकिस्तान स्थित आपूर्तिकर्ताओं द्वारा पंजाब में डिलीवरी कर लाई गई थी। इसमें शामिल गिरोह के एक सदस्य को राजस्थान पुलिस ने श्रीगंगानगर से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए शख्स का नाम गुरमेज सिंह है। यह पाकिस्तान सप्लायर और पंजाब के स्मगलर के बीच का सदस्य है।
प्रति 1-2 किलोग्राम खेंप के मिलते इतने रुपए
पकड़े गए बिचौलिया ने कबूल किया कि उसे और उसके गैंग मेंबर को प्रति 1-2 किलोग्राम हेरोइन की खेंप के बदले 50 हजार रुपए दिए गए थे। इस हीरोइन की कीमत छह करोड़ रुपए प्रति किलोग्राम थी। पुलिस ने सिंह के दो रिश्तेदारों की भी पहचान की है। ये लोग भी हेरोइन तस्करी में बिचोलिया का काम करते थे। पूछताछ के दौरान सिंह ने कबूल किया कि उसने इस अक्टूबर चार किलो हेरोइन की तस्करी की है। इसकी कीमत करीब 24 करोड़ रुपए थी।
चार बार में आई चार किलोग्राम हेरोइन
बीकानेर रेंज के आईजीपी ओमप्रकाश ने बताया कि सिंह को 16 अक्टूबर को सीमा क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त ड्रोन की बरामदगी के बाद गिरफ्तार किया गया था। सिंह श्रीगंगानगर गांव का रहने वाला है। पूछताछ में उसने इस बात को कबूल किया कि उस रात उसने हेरोइन की कई डिलीवरी में कॉर्डिनेशन को अंजाम दिया था। उसे 4 किलोग्राम हिरोइन चार अलग-अलग ड्रोन के जरिए मिली थी।
स्थानीय लोगों को बनाया जा रहा मोहरा
इस डिलीवरी के दौरान चौथे ड्रोन पर से नियंत्रण खो दिया था, इस कारण वह भारत की सीमा के अंदर तक आ गया था और दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसके बाद 20 अक्टूबर को पाकिस्तानी सप्लायर ने 2 किलो हेरोइन और भेजी थी, जिसे सिंह और उसकी गैंग के साथियों ने उठाकर पंजाब भेज दिया था। हिन्दुमलकोट के एसएचओ महेश कुमार ने बताया कि ऐसे तस्कर अपने बड़े जोखिम वाले अभियानों में स्थानीय लोगों को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।