रूस के खिलाफ एक और देश ने खोला मोर्चा, तैनात किए F-16 फाइटर जेट; दुश्मनी की वजह क्या
2022 में छिड़े रूस-यूक्रेन युद्ध में कई मौकों पर रूसी ड्रोन नाटो सदस्य देशों की भौगोलिक सीमा में प्रवेश किए हैं। इससे पहले भी रूसी ड्रोन रोमानिया में घुस चुकी हैं।
दक्षिण-पूर्वी यूरोपीय देश रोमानिया और रूस के बीच तनातनी बढ़ गई है। इसकी वजह रूस की ड्रोन कार्रवाई है। रूस ने रोमानिया की सीमा से सटे इलाकों में पिछले दिनों कई ड्रोन भेजे हैं, जिससे रोमानिया भड़क उठा है। रूसी ड्रोन को अपनी भौगोलिक सीमा के करीब देख रोमानिया के रक्षा मंत्रालय ने तुरंत दो F-16 लड़ाकू जेट तैनात कर दिए। रोमानिया के रक्षा मंत्रालय की ओर से इसकी पुष्टि की गई है और कहा गया है कि बोरसिया में 86वें एयर बेस से दो F-16 लड़ाकू जेट तैनात किए। इन दोनों फाइटर जेट मे गुरुवार स्थानीय समयानुसार सुबह 3:40 बजे से सुबह 5:00 बजे तक आसमानी गश्त की।
रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि गुरुवार की रात सीमा से सटे स्थानीय निवासियों को हवाई क्षेत्र से गिरने वाली वस्तुओं के संभावित जोखिम के बारे में अलर्ट और चेतावनी भेजी गई। यह अलर्ट 90 मिनट तक चला। इस दौरान रूसी ड्रोन यूक्रेन के ऊपर ही मंडराते रहे, जो रोमानियाई सीमा के करीब थे।
बता दें कि 2022 में छिड़े रूस-यूक्रेन युद्ध में कई मौकों पर रूसी ड्रोन नाटो सदस्य देशों की भौगोलिक सीमा में प्रवेश किए हैं। इससे पहले भी रूसी ड्रोन रोमानिया में घुस चुकी हैं। रोमानिया यूक्रेन के साथ 381 मील की सीमा साझा करता है। यूक्रेन के डेन्यूब नदी बंदरगाहों पर पिछले दिनों रूस ने बड़े हमले किए हैं। रोमानिया सीमा इससे नजदीक है। गुरुवार को जब फिर से रूस ने डेन्यूब नदी पर स्थित यूक्रेनी शहर इजमेल पर ड्रोन से हमले करना शुरू किया तो उसके कुछ ड्रोन रोमानिया सीमा में जा घुसे। इसके बाद रोमानिया ने एहतियातन कदम उठाते हुए अपने दो लड़ाकू जेट को तैनात कर दिया।
रोमानियाई सरकार ने दिसंबर में मसौदा कानून को मंजूरी दी थी, जिसके तहत उसकी सेना को अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने वाले विदेशी ड्रोनों को मार गिराने की अनुमति दी गई थी। इस बीच, रोमानिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वह अपने हवाई क्षेत्र में निगरानी मिशन जारी रखेगा और यूक्रेन पर रूसी हमलों के बीच उच्च जोखिम से निपटने के लिए तत्पर रहेगा।
रोमानिया और रूस के बीत राजनयिक संबंध रहे हैं। रोमानिया का मास्को में दूतावास और सेंट पीटर्सबर्ग में महावाणिज्य दूतावास है। रूस का बुखारेस्ट में दूतावास और कॉन्स्टैंटा में महावाणिज्य दूतावास है। दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध दोस्ती-दुश्मनी और तटस्थता के बीच झूलते रहे हैं। 1990 के बाद दोनों देशों के संबंध ज्यादा बिगड़ने लगे, जब रूस का विघटन हो रहा था। उस दौरान शुरू हुए ट्रांसनिस्ट्रिया विवाद के कारण दोनों देशों के बीच संबंध ज्यादा तनावपूर्ण हो गए।
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