10 हजार सैनिक और अचानक हमला; कैसे यूक्रेन ने कब्जा ली रूस की जमीन, पहली बार बैकफुट पर पुतिन
- रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन की सेना ने अचानक ही धावा बोला है और अब उसका दावा है कि यहां के 1000 वर्ग किलोमीटर इलाके पर उसने कब्जा जमा लिया है। इस वाकये ने दुनिया के सामने रूस की कमजोरी उजागर कर दी है और व्लादिमीर पुतिन बैकफुट पर हैं।
बीते ढाई सालों से यूक्रेन और रूस के बीच जंग चल रही है, लेकिन पहली बार ऐसा मौका आया है, जब यूक्रेन ने बढ़त बना ली है। रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन की सेना ने अचानक ही धावा बोला है और अब उसका दावा है कि यहां के 1000 वर्ग किलोमीटर इलाके पर उसने कब्जा जमा लिया है। इस वाकये ने दुनिया के सामने रूस की कमजोरी उजागर कर दी है और इस जख्म से उबरने में व्लादिमीर पुतिन को मुश्किल आने वाली है। अब तक इस सरप्राइज अटैक का रूसी सेना की ओर से कोई माकूल जवाब नहीं दिया जा सका है। वहीं हजारों लोगों को यहां से पलायन करना पड़ गया है।
पहली बार ऐसा हुआ है, जब यूक्रेन ने रूस की किसी जमीन पर कब्जे का दावा किया है। जानकार मानते हैं कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार रूस को इस तरह का झटका लगा है। अब सवाल यह है कि आखिर कैसे यूक्रेन की सेना ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। बीते मंगलवार को कुर्स्क क्षेत्र में कई दिशाओं से यूक्रेन के सैनिकों ने धावा बोला। यूक्रेन से लगती कुर्स्क की 245 किलोमीटर लंबी सीमा पर रूसी सैनिक कुछ चौकियों पर मामूली हथियारों के साथ ही तैनात थे। ऐसे में यूक्रेन की सेना को अंदाजा था कि यहां ज्यादा प्रतिरोध नहीं होगा। ऐसे में यहां से अटैक किया जा सकता है।
अब तक यूक्रेन की ओर से छोटे-छोटे टुकड़ों में जवाबी कार्रवाई होती थी। इस बार ऐसा नहीं हुआ। एक तरफ रूसी सैनिक ऐसे हमले के लिए तैयार नहीं थे तो वहीं यूक्रेन की कई ऐसी टुकड़ियों ने हमले में हिस्सा लिया, जो कठिन जंगें लड़ चुकी हैं। रूसी मिलिट्री ब्लॉगर्स ने भी बताया है कि यूक्रेन का हमला बहुत तेज था। उसकी सैन्य टुकड़ियां तेज रफ्तार हथियारबंद वाहनों के साथ दाखिल हुईं। उन्होंने रूसी चौकियों को नुकसान पहुंचाया और तेजी से अंदर घुसती चली गईं। इससे रूसी सेना में पैनिक की स्थिति हो गई।
रूस की सीमा में 30 किलोमीटर तक घुसी यूक्रेनी सेना
लंदन के रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टिट्यूट के मिलिट्री साइंस डायरेक्टर मैथ्यू साविल ने कहा कि यूक्रेन की सेना ने 30 किलोमीटर अंदर तक घुसपैठ कर ली। करीब 400 वर्ग किलोमीटर जमीन उन्होंने कब्जा ली है। हालांकि यह साफ नहीं है कि कितनी धरती उनके नियंत्रण में है। मैथ्यू साविल ने कहा कि अब तक जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार यूक्रेनी सेना की 4 ब्रिगेड के 10 हजार सैनिकों ने इस हमले को अंजाम दिया। ये लोग पश्चिमी देशों की ओर से दिए हथियारों से लैस थे। इस हमले के दौरान यूक्रेन ने बड़े पैमाने पर ड्रोन इस्तेमाल किए तो वहीं रूसी ड्रोन्स को भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के जरिए जाम कर दिया।
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