ट्रंप पिछले कुछ समय से यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए जेलेंस्की को ही जिम्मेदार ठहराया और उन्हें तानाशाह तक करार दिया है।
ट्रंप ने दावा किया था कि यूक्रेन का नेतृत्व एक ‘तानाशाह’ कर रहा है जिसने रूस के साथ युद्ध शुरू किया। इसके बाद यूक्रेनी लोग जेलेंस्की के प्रति समर्थन जता रहे हैं।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब ट्रंप ने जेलेंस्की पर हमला बोला और उन्हें तानाशाह करार दिया। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि जेलेंस्की की लोकप्रियता केवल 4% है।
Musk sharp attack on Zelensky: डोनाल्ड ट्रंप के बाद उनके सहयोगी और अरबपति एलन मस्क ने भी जेलेंस्की पर हमला बोला है। 2022 में जेलेंस्की और उनकी पत्नी द्वारा कराए गए फोटोशूट की तस्वीरें शेयर करते हुए उनकी आलोचना की।
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि जेलेंस्की ने खुद माना है कि अमेरिका से मिली आर्थिक मदद का आधा हिस्सा गायब हो गया है। उन्होंने जेलेंस्की पर चुनाव न कराने का आरोप भी लगाया।
जेलेंस्की के बयान के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने भी उन पर सीधा हमला बोला। उन्होंने जेलेंस्की को अयोग्य नेता करार देते हुए उन पर युद्ध शुरू करने का आरोप लगाया।
जेलेंस्की का यह बयान ऐसे समय आया है जब सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की संभावनाओं पर चर्चा हो रही है, लेकिन इसमें यूक्रेनी पक्ष को सीधे रूप से सम्मिलित नहीं किया गया है।
ट्रंप ने यूक्रेन पर महत्वपूर्ण वार्ता के लिए एक ऐसे मुस्लिम देश पर भरोसा जताया है, जो हाल के वर्षों में वैश्विक राजनीति में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। यह देश कोई और नहीं, बल्कि सऊदी अरब है।
वेन्स ने कहा है कि अगर रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के साथ शांति समझौता करने पर सहमत नहीं होते हैं तो अमेरिका मॉस्को पर और कड़े प्रतिबंध लगा सकता है और सैन्य हमले भी कर सकता है।
पीएम मोदी ने कहा, 'मैंने राष्ट्रपति पुतिन की मौजूदगी में मीडिया के सामने कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है। युद्ध के मैदान में समस्याओं के समाधान नहीं निकलते हैं वो टैबल पर चर्चा करके ही निकलता है।'