मलेशिया और हॉन्गकॉन्ग में तेजी से बढ़ रहा HMPV, 45% का उछाल; अब तक किन-किन देशों में पहुंचा?
इंडोनेशिया और वियतनाम में भी HMPV के केस मिलने लगे हैं। इस स्थिति ने दुनिया भर के देशों की चिंता बढ़ा दी है और ये आशंका जताई जाने लगी है कि क्या कोविड-19 जैसा संकट आ सकता है।
चीन के वुहान शहर से निकले कोरोनावायरस से उपजे स्वास्थ्य संकट के पांच साल बाद चीन एक बार फिर उसी तरह की परेशानी में घिरता जा रहा है। वहां ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही उसके पड़ोसी देशों में भी HMPV के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। मलेशिया, हॉन्गकॉन्ग और जापान में इस नए वायरस से संक्रमितों की संख्या में जबर्दस्त उछाल दर्ज किया गया है। मलेशिया और हॉन्गकॉन्ग में इस वायरस के 46 फीसदी मामले बढ़े हैं। भारत में भी अब तक HMPV के सात मामले सामने आ चुके हैं जिनमें कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में दो - दो और गुजरात में एक हैं। इनमें कुछ को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है और कुछ की हालत में सुधार है।
इनके अलावा इंडोनेशिया और वियतनाम में भी HMPV के केस मिलने लगे हैं। इस स्थिति ने दुनिया भर के देशों की चिंता बढ़ा दी है और ये आशंका जताई जाने लगी है कि क्या कोविड-19 जैसा संकट आ सकता है। हालांकि, इंडोनेशिया और वियतनाम ने कहा कि वे चीन में HMPV की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है। ये देश अपने नागरिकों से नहीं घबराने की अपील कर रहे हैं।
उधर, मलेशिया ने बढ़ते मामलों को देखते हुए नए वायरस पर अपने नागरिकों को एडवाजरी जारी की है। मलेशियाई सरकार ने अपने नागरिकों से कोविड जैसा प्रोटोकॉल अपनाने की सलाह दी है और कहा है कि लोग संक्रमण से बचने के लिए ऐहतियातन साबुन से बार-बार हाथ धोएं। इसके अलावा चेहरे पर मास्क लगाएं और खांसते या छींकते वक्त मुंह और नाक को ढंककर रखें। लोगों को भीड़भाड़ वाले इलाके से भी बचने की सलाह दी गई है। ऐसे लोगों के संपर्क में आने से बचने की सलाह दी गई है, जो विदेशों से यात्रा कर लौट रहे हैं।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावे किए जा रहे हैं कि चीन ने बढ़ते HMPV संक्रमण को देखते हुए आपातकाल जैसी स्थिति की घोषणा कर दी है लेकिन न तो चीनी अधिकारियों और न ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अब तक इसकी पुष्टि की है। HMPV फ्लू जैसे लक्षण पैदा करने के लिए जाना जाता है और यह COVID-19 जैसे लक्षण भी दिखा सकता है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
हालांकि कुछ सोशल मीडिया रिपोर्ट्स में गंभीर स्थिति का वर्णन किया गया है, लेकिन चीन के विदेश मंत्रालय ने चिंताओं को कम करके आंका है, और इस उछाल को सर्दियों के मौसम के कारण आया उछाल बताया है। चीन ने इसे वार्षिक मौसमी उछाल कहा है। चीनी विदेशी मंत्रालय ने पर्यटकों को आश्वस्त किया है कि चीन में यात्रा करना सुरक्षित है और घबराने की जरूरत नहीं है।
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