गोली लगने से उड़ी आधी खोपड़ी, कटी हुई अंगुली; याह्या सिनवार की ऑटोप्सी रिपोर्ट ने चौंकाया
- इजरायली सैनिकों ने हमास चीफ की मौत की पुष्टि करने के लिए उसकी उंगलियां काट लीं। सैनिकों के पास पहले से एक प्रोफाइल मौजूद थी, जब सिनवार 2011 में अपनी रिहाई से पहले दो दशक तक इजरायली जेल में कैद था।
हमास प्रमुख याह्या सिनवार दक्षिणी गाजा में इजरायल के हमले में मारा गया। वह फिलिस्तीनी समूह हमास के पोलित ब्यूरो का प्रमुख था। रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ग्राउंड फोर्सेज (IDF) की 828 ब्रिगेड राफा के तेल अल-सुल्तान इलाके में ऑपरेशन पर थी। यहीं स्कैन के दौरान उन्हें सिनवार का शव मिला। इजरायली सैनिकों ने हमास चीफ की मौत की पुष्टि करने के लिए उसकी उंगलियां काट लीं। सैनिकों के पास पहले से एक प्रोफाइल मौजूद थी, जब सिनवार 2011 में अपनी रिहाई से पहले दो दशक तक इजरायली जेल में कैद था।
इजरायल नेशनल सेंटर ऑफ फॉरेंसिक मेडिसिन के मुख्य रोगविज्ञानी चेन कुगेल के हवाले से सीएनएन ने अधिक जानकारी दी। इसमें बताया गया, 'प्रयोगशाला में हमने एक प्रोफाइल तैयार की। इसके बाद इसकी तुलना उस प्रोफाइल से की जो पहले से मौजूद थी। आखिरकार उसके डीएनए से उसकी पहचान की जा सकी।' रिपोर्ट के मुताबिक, सैनिकों ने पहले सिनवार के दांतों से उसकी पहचान करने की कोशिश की। मगर, यह पुष्टि करने के लिए काफी नहीं था। इसलिए आगे का प्लान तैयार किया गया।
सिनवार की मौत सिर पर गोली लगने से हुई
इजरायली सैनिकों की ओर से याह्या सिनवार के ठिकाने की तलाशी लेते वक्त के कुछ वीडियो सामने आए हैं। ऐसे ही वीडियो में 2 इजरायली सैनिक एक शव के पास खड़े दिख रहे हैं और दावा किया जा रहा है कि यह सिनवार की डेडबॉडी है। इसमें हमास चीफ के बाएं हाथ की तर्जनी अंगुली कटी हुई है। हालांकि, सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया कि वीडियो का विश्लेषण हुआ है जिसमें उसके बाएं हाथ की पांचों उंगलियां दिख रही हैं। ऐसा हो सकता है कि बाद में एक अंगुली काटी गई हो। याह्या सिनवार के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने बताया कि सिनवार की मौत सिर पर गोली लगने से हुई थी।
सिनवार की खोपड़ी का एक हिस्सा उड़ गया
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में याह्या सिनवार के चेहरे पर चोटें दिखाई दे रही हैं। गोली लगने से उसकी खोपड़ी का एक हिस्सा उड़ गया है। हमास ने भी पुष्टि कर दी है कि उसका नेता याह्या सिनवार गाजा में इजरायली बलों के हमले में मारा गया। चरमपंथी संगठन ने अपना यह रुख दोहराया कि एक साल पहले इजराइल से बंधक बनाए गए लोगों को तब तक नहीं छोड़ा जाएगा, जब तक गाजा में संघर्ष विराम नहीं होता और इजरायली सैनिकों की वापसी नहीं होती। इससे एक दिन पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि जब तक बंधकों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक देश की सेना लड़ती रहेगी और हमास को कमजोर करने के लिए गाजा में तैनात रहेगी।
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