याह्या सिनवार की हत्या के बाद क्या और भीषण हो जाएगा युद्ध? क्या है इजरायल का प्लान
- याह्या सिनवार की हत्या के बाद हमास की कमर टूट गई है। वहीं इसके सामने लीडरशिप का संकट पैदा हो गया है। वहीं हमास ने कहा है कि जब तक गाजा में युद्ध नहीं खत्म होता, बंधकों की रिहाई नहीं होगी।
अक्टूबर 2023 में हमास के हमले के बाद इजरायल ने ऐसा तांडव शुरू किया कि पूरी गाजा पट्टी बर्बाद हो गई। वहीं हमास के नेता एक-एक कर मौत के घाट उतार दिए गए। वे कितनी ही गहरी सुरंग में क्यों ना रहे हों, इजरायल की तेज नजर और घातक प्रहार से बच नहीं सके। अब हमास नेता याह्या सिनवार की मौत के बाद हमास की कमर टूट गई है। अब उसके सामने नए नेता का संकट भी खड़ा हो गया है। वहीं दूसरा ऐंगल यह भी है कि अब हमास के पास खोने को ज्यादा कुछ नहीं है ऐसे में वह पूरी ताकत लगाकर इजरायल के साथ युद्ध कर सकता है।
7 अक्टूबर के हमले के मास्टरमाइंड सिनवार की वजह से ही गाजा का युद्ध शुरू हुआ। अगस्त में इजरायल ने तेहराना में हमास चीफ इस्माइल हानिये को मार दिया था। वहीं जानकारों का कहना है कि याह्या सिनवार की हत्या इजरायल के लिए ज्यादा बड़ी कामयाबी है। उसकी मौत के बाद अब हमास के आतंकियों में खलबली मच गई है और उसके लिए नए नेता का चुनाव भी मुश्किल हो गया है। हमास ने भी याह्या की मौत की पुष्टि कर दी है और कहा है कि जब तक इजरायल गाजा से अपने सैनिकों को वापस नहीं बुलाता तब तक बंधकों को रिहा नहीं किया जाएगा।
सिनवार की हत्या हमास की बड़ी हार मानी जा सकती है। मध्य एशिया के जानकारों का कहना है कि अब हमास के सामने बड़ा वैक्यूम पैदा हो गया है। किंग्स कॉलेज लंदन के ऐंड्रियाज क्रिग के मुताबिक अब हमास के लिए नया नेता ढूंढना बेहद मुश्किल है। अगर हमास अपना नेता बनाता भी है तो उसकी ताकत याह्या से बेहद कम होगी। वहीं अब गाजा से बाहर रहने वाले हमास के नेताओं और गाजा के ऑपरेशनल विंग के नेताओं के बीच मतभेद पैदा होने की भी संभावना है।
जुलाई में इजरायल ने दावा किया था कि उसने हामस के मिलिट्री चीफ मोहम्मद डीफ को भी मार दिया। हालांकि हमास ने इस बात से इनकार किया था। सिंगापुर विश्वविद्यालय के जेम्स डोर्जी का कहना है कि याह्या सिनवार ऐसा नेता था जिसे हमास के राजनीतिक और सैन्य दोनों मोर्चों से सहयोग मिला हुआ था।
सिनवार के बाद कौन बनेगा हमास चीफ
सिनवार की हत्या के बाद अब गाजा के बाहर का कोई हमास नेता आतंकी संगठन की कमान संभाल सकता है। इसमें मूसा अबू मरजुक का भी नाम आगे है जो कि हानिये का करीबी माना जाता है। इसके अलावा कतर में रहने वाला हाया भी हमास की कमान संभाल सकता है। इसके अलावा गाजा के बाहर रहने वाले खालिद मेशाल के हाथ में भी हमास की कमान जा सकती है। 2017 में हानिये को जिम्मेदारी मिलने तक वह हमास का नेता था।
क्रीग ने कहा कि हमास का अगला लीडर ऑपरेशनल विंग से हो सकता है। इसमें सिनवार के छोटे भाई मोहम्मद सिनवार का नाम भी आता है। अब सवाल है कि क्या हमास फिर से पहले की तरह मजबूत होकर सिर उठा सकेगा। क्रीग का कहना है कि हमास की बड़ी हार हुई है। ऐसे में गाजा में वह इजरायल का सामना नहीं कर पाएगा। डोरजी ने कहा, हमास के पास अब खोने के लिए कुछ नहीं है।
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