ये तो होना ही था... ट्रंप के टैरिफ वार से हिल गया कनाडा, पीएम कार्नी ने आते ही चला बड़ा दांव
- अमेरिकी आयात शुल्क बढ़ाने के फैसले के बाद कनाडा ने न सिर्फ विरोध जताया, बल्कि अमेरिकी उत्पादों के बहिष्कार की लहर भी तेज हो गई। टोरंटो के मशहूर पब और कैफे अब अमेरिकी सामान हटा रहे हैं।

डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ वार से कनाडा में हलचल मच गई है। अमेरिकी आयात शुल्क बढ़ाने के फैसले के बाद कनाडा ने न सिर्फ विरोध जताया, बल्कि अमेरिकी उत्पादों के बहिष्कार की लहर भी तेज हो गई। टोरंटो के मशहूर पब और कैफे अब अमेरिकी सामान हटा रहे हैं, वहीं आम नागरिक भी अमेरिका विरोधी मुहिम में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी हाल ही में सत्ता में आए हैं, उन्होंने भी आते ही बड़ा कदम उठाया। उन्होंने अमेरिका के खिलाफ कड़े आर्थिक फैसले लिए और जवाबी शुल्क लगाने की योजना को मंजूरी दी। कार्नी ने साफ कहा कि कनाडा किसी भी दबाव में नहीं झुकेगा और अपने व्यापारिक हितों की रक्षा करेगा।
अमेरिकी उत्पादों का बहिष्कार तेज
टोरंटो के मैडिसन एवेन्यू नाम के एक पब ने अपने मेन्यू से सभी अमेरिकी उत्पादों को हटा दिया है। अब वहां केवल कनाडा में बने ड्रिंक्स और फूड आइटम्स मिलेंगे। अगर कोई विकल्प कनाडा में उपलब्ध नहीं है, तो यूरोपीय या मैक्सिकन प्रोडक्ट्स को तरजीह दी जाएगी। पब मैनेजर लिया रसेल ने कहा, "अब यह बदलना मुश्किल होगा। हमें खुशी है कि हम अमेरिकी उत्पादों से मुक्त हो रहे हैं और स्थानीय कारोबार को बढ़ावा दे रहे हैं।"
मॉन्ट्रियल के एक कैफे ने भी अमेरिकानो कॉफी का नाम बदलकर कनाडियानो कर दिया है। मालिकों का कहना है कि यह कदम देशभक्ति दिखाने और अमेरिका के आर्थिक हमले के खिलाफ एकजुटता जताने के लिए उठाया गया है।
ट्रंप के बयान से भड़का गुस्सा
ट्रंप ने हाल ही में बयान दिया था कि कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बन जाना चाहिए। इस बयान से कनाडाई नागरिकों में गहरा आक्रोश फैल गया। मशहूर एक्टर जेफ डगलस ने ट्रंप के बयान के जवाब में एक वीडियो बनाया है। यह वीडियो कनाडा में तेजी से वायरल हो रहा है।
कार्नी सरकार का कड़ा रुख
कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने ट्रंप प्रशासन की नीतियों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "अमेरिका हमारे साथ सहयोगी जैसा व्यवहार करे, न कि दुश्मन जैसा।" कार्नी सरकार ने संकेत दिए हैं कि अगर अमेरिका ने अपने टैरिफ वापस नहीं लिए, तो कनाडा भी जवाबी कर लागू करेगा। कनाडा की सबसे घनी आबादी वाले प्रांत के नेता डग फोर्ड ने भी अमेरिका के खिलाफ आर्थिक कार्रवाई करने की योजना बनाई है। उन्होंने अमेरिका के 15 लाख घरों को बिजली आपूर्ति पर 25% टैक्स लगाने की घोषणा की है।
कनाडा-अमेरिका व्यापार में आई गिरावट
अमेरिका द्वारा लगाए गए 25% शुल्क से कनाडा की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हो सकता है। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि अगर यह टैरिफ लंबे समय तक बना रहा, तो लाखों नौकरियां खत्म हो सकती हैं और आर्थिक मंदी की स्थिति आ सकती है। इसका असर अभी से दिखना शुरू हो गया है। कनाडाई मीडिया के अनुसार, इस साल अमेरिका जाने वाले कनाडाई पर्यटकों की संख्या में 40% की गिरावट आई है। पिछले साल कनाडाई पर्यटकों ने अमेरिकी पर्यटन उद्योग में करीब 2050 करोड़ डॉलर का योगदान दिया था, लेकिन अब यह आंकड़ा तेजी से गिर रहा है।
क्या दोनों देशों के रिश्ते और बिगड़ेंगे?
ऐसा माना जा रहा है कि अगर ट्रंप प्रशासन अपने फैसलों में नरमी नहीं दिखाता, तो कनाडा और अमेरिका के रिश्ते और खराब हो सकते हैं। टोरंटो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर बॉब गिलेजिउ कहते हैं, "अमेरिका जिस तरह से अपने सबसे करीबी सहयोगी के साथ व्यवहार कर रहा है, वह हैरान करने वाला है।" कनाडा सरकार ने साफ कर दिया है कि जब तक अमेरिका अपने टैरिफ नहीं हटाता, तब तक जवाबी कदम उठाए जाते रहेंगे। आम कनाडाई भी अपनी सरकार के साथ खड़े हैं और अमेरिकी उत्पादों के बहिष्कार का अभियान तेज कर रहे हैं।
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