अहमदाबाद के निजी अस्पताल का फरार चेयरमैन गिरफ्तार, जानिए किस बात का है आरोप?
- इस मामले में पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या, जालसाजी और आपराधिक साजिश का आरोप लगाया गया है।
गुजरात में अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में दो महीने पहले एंजियोप्लास्टी के दौरान हुई दो मरीजों की मौत के मामले में पुलिस ने अस्पताल के चेयरमैन को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों मृतक PMJAY (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) के लाभार्थी थे और जांच के दौरान खुलासा हुआ था कि इन दोनों को ही इस सर्जरी की जरूरत नहीं थी।
इस बारे में जानकारी देते हुए अहमदाबाद अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) के निरीक्षक वीबी आल ने बताया कि ‘ख्याति मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल’ के अध्यक्ष कार्तिक पटेल को शुक्रवार देर रात दुबई से लौटे थे। जिसके बाद अहमदाबाद हवाई अड्डे पर ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
ख्याति मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में पिछले वर्ष 11 नवंबर को सात लोगों की एंजियोप्लास्टी की गई थी, जिसके बाद उनमें से दो मरीजों की मौत हो गई थी। घटना के अगले दिन इस मामले को लेकर वस्त्रपुर पुलिस ने तीन FIR (प्राथमिकी) दर्ज की थीं। बता दें कि एंजियोप्लास्टी एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें हृदय में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए अवरुद्ध या संकुचित कोरोनरी धमनियों को चौड़ा किया जाता है।
जांच में यह बात सामने आई कि अस्पताल ने गांवों में मुफ्त जांच शिविर आयोजित किए और कई PMJAY कार्डधारकों को एंजियोप्लास्टी करवाने के लिए कहा जबकि उन्हें इसकी कोई जरूरत नहीं थी। जांच में खुलासा हुआ कि सरकारी पैसों से इलाज की मंजूरी लेने के लिए इन लोगों को आपातकालीन (इमरजेंसी) केस की श्रेणी में दिखाया गया। इलाज के बाद इसमें हुए खर्च के भुगतान के लिए अस्पताल ने PMJAY योजना के तहत दावा भुगतान के लिए आवेदन भी कर दिया।
कार्तिक पटेल की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने इस मामले के सभी नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और विपणन निदेशक (मार्केटिंग डायरेक्टर) भी शामिल हैं। क्राइम ब्रांच ने अस्पताल के निदेशकों में से एक राजश्री कोठारी को पिछले साल दिसंबर में उस समय गिरफ्तार किया था जब वह राजस्थान के कोटा से भीलवाड़ा जा रही थीं।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत वजीरानी, अस्पताल के सीईओ राहुल जैन, विपणन निदेशक चिराग राजपूत, विपणन कार्यकारी मिलिंद पटेल और उनके दो सहायक पंकिल पटेल और प्रतीक भट्ट तथा निदेशक राजश्री कोठारी और संजय पटोलिया शामिल हैं।
इस मामले में पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या, जालसाजी और आपराधिक साजिश का आरोप लगाया गया है। एफआईआर में अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर PMJAY योजना के तहत वित्तीय लाभ प्राप्त करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। पुलिस के अनुसार अस्पताल ने पिछले साल PMJAY के तहत इलाज करके 11 करोड़ रुपए का क्लेम भुगतान प्राप्त किया था, जिसमें से 70 प्रतिशत आय ऐसे फर्जी ऑपरेशन के दावों से अर्जित की थी।
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