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गुजरात में पतंग के मांझे ने ली 4 की जान, पिछले साल के मुकाबले इस बार बढ़े हादसे

गुजरात में मंगलवार को उत्तरायण उत्सव के दौरान पतंग के मांझे से गला कटने के कारण 4 साल के बच्चे समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई। राजकोट, पंचमहल, मेहसाणा और सुरेंद्रनगर जिलों में लोगों की मौत हुई।

Krishna Bihari Singh पीटीआई, अहमदाबादTue, 14 Jan 2025 09:33 PM
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गुजरात में मंगलवार को उत्तरायण उत्सव के दौरान पतंग के मांझे ने चार लोगों की जान ले ली। पुलिस ने बताया कि गला कटने से 4 साल के बच्चे समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई। राजकोट, पंचमहल, मेहसाणा और सुरेंद्रनगर जिलों में लोगों की मौत हुई। यही नहीं राज्य भर में कई लोग पतंग के मांझे से घायल भी हुए हैं। 24 दिसंबर की अधिसूचना में चाइनीज मांझों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया था लेकिन फिर भी ये पतंगबाजों के हाथों में पहुंच गई हैं।

स्थानीय थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पंचमहल जिले के हलोल कस्बे में कुणाल परमार (4) की मौत पतंग के मांझे से गर्दन कटने से हो गई। वह अपने पिता के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर बाजार से पतंग और गुब्बारे खरीदने जा रहा था। इसी दौरान मांझे का एक टुकड़ा उसके गले में लिपट गया जिससे उसकी गर्दन में गहरा घाव हो गया।

अधिकारी ने बताया कि कुणाल परमार को अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मेहसाणा जिले के वडनगर तालुका में किसान मनसाजी ठाकोर (35) की मौत हो गई। वडनगर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि वह मोटरसाइकिल से अपने गांव वडबार में अपने खेत जा रहा था, तभी पतंग के मांझे से उसकी गर्दन कट गई।

उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। राजकोट शहर के बाहरी इलाके में मोटरसाइकिल सवार एक अज्ञात व्यक्ति की इसी तरह मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि ईश्वर ठाकोर (35) की सुरेंद्रनगर जिले के पाटडी तालुका में मोटरसाइकिल चलाते समय पतंग की डोर से गर्दन में गहरा घाव होने से मौत हो गई।

गुजरात में 108 एम्बुलेंस सेवा संचालित करने वाली जीवीके ईएमआरआई ने पिछले साल की तुलना में उत्तरायण पर पतंग के मांझे से मौत और हादसों के मामलों में बढ़ोतरी की सूचना दी है। जीवीके ईएमआरआई के एक अधिकारी ने कहा कि शाम 6 बजे तक प्राप्त आपातकालीन कॉलों की संख्या 3,707 थी, जबकि 2024 में इसी दिन 3,362 थी। इन घटनाओं में पतंग उड़ाते समय मांझे से घाव और छत से गिरने के मामले शामिल हैं।

बता दें कि नायलॉन से बना या कुचले हुए कांच से लेपित मांझा इतना तेज होता है कि उससे घातक चोट पहुंच सकती है। सोमवार को राज्य सरकार ने एक याचिका के जवाब में गुजरात हाईकोर्ट को बताया था कि उत्तरायण से पहले नायलॉन डोरी ('चीनी मांझा') और कांच की परत वाली डोरी के कथित निर्माण, बिक्री और भंडारण के लिए कुल 609 प्राथमिकी दर्ज की गई और 612 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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