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HMPV वायरस का देश में तीसरा केस, गुजरात में नवजात बच्चा पाया गया पॉजिटिव

HMPV Virus: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के दो मामले सामने आने के बाद अब गुजरात में भी एक नवजात बच्चा एचएमपीवी पॉजिटिव पाया है। इसके साथ ही अब देशभर में इसके मामलों की संख्या बढ़कर तीन पर पहुंच गई है।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तानMon, 6 Jan 2025 02:04 PM
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HMPV Virus: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के दो मामले सामने आने के बाद अब गुजरात में भी एक नवजात बच्चा एचएमपीवी पॉजिटिव पाया है। इसके साथ ही अब देशभर में इसके मामलों की संख्या बढ़कर तीन पर पहुंच गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार को गुजरात में HMPV का एक संदिग्ध मामला सामने आया। चांदखेड़ा के एक निजी अस्पताल में भर्ती दो महीने के बच्चे में एचएमपीवी वायरस की पुष्टि हुई है। हालांकि, अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कर्नाटक के एक अस्पताल में एचएमपीवी के दो मामलों की पुष्टि की थी।

दो शिशुओं, एक तीन महीने की लड़की और एक 8 महीने के लड़के में वायरस से पॉजिटिव पाए गए। माना जाता है कि चीन में इस वायरस ने स्वास्थ्य सुविधाओं को काफी प्रभावित किया है।

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वार्ता के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोमवार को यहां बताया कि आईसीएमआर की नियमित जांच से कर्नाटक में एचएमपीवी वायरस के दो मामलों का पता चला हैं। दोनों मामलों की पहचान देशभर में सांस संबंधी बीमारियों की निगरानी के लिए आईसीएमआर के चल रहे प्रयासों के अंतर्गत सामने आए हैं।

मंत्रालय ने कहा है कि यह वायरस पहले से ही भारत सहित दुनियाभर में मौजूद है और इससे जुड़ी सांस संबंधी बीमारियों के मामले कई देशों में मिले हैं। इसके अलावा आईसीएमआर और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के मौजूदा आंकड़ों के आधार पर देश में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) या गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है।

मंत्रालय ने कहा है कि तीन महीने की एक बच्ची को ब्रोन्कोन्यूमोनिया रोग के साथ बेंगलुरु के बैप्टिस्ट अस्पताल भर्ती कराया गया था। इसकी जांच में एचएमपीवी का पता चला, हालांकि नियमित इलाज के बाद उसे अब छुट्टी दे दी गई है।

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इसके अलावा 3 जनवरी को 8 महीने का एक बच्चा भी ब्रोन्कोन्यूमोनिया की शिकायत के बाद इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसे भी एचएमपीवी से पीड़ित पाया गया। यह बच्चा अब ठीक हो रहा है। दोनों पीड़ितों ने या इनके संपर्क में किसी ने भी विदेश यात्रा नहीं की है।

मंत्रालय ने कहा है कि सभी उपलब्ध निगरानी चैनलों के माध्यम से स्थिति की निगरानी की जा रही है। आईसीएमआर पूरे वर्ष एचएमपीवी बढ़ते मामलों की निगरानी जारी रखेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) भी पहले से ही चीन में स्थिति के बारे में समय-समय पर जानकारी दे रहा है ताकि चल रहे उपायों के बारे में और जानकारी दी जा सके। भारत सांस संबंधी बीमारियों में किसी भी संभावित वृद्धि को संभालने के लिए पूरी तरह तैयार है और यदि आवश्यक हो तो सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा तैनात की जा सकती है।

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