300 मीटर दूर तक उड़े लोथड़े; गुजरात में कैसे 21 मौतों की वजह बना पटाखा गोदाम? मालिक अरेस्ट
गुजरात के बनासकांठा जिले में मंगलवार को एक पटाखा गोदाम में विस्फोट और आग लगने से 21 लोगों की मौत हो गई। हादसे में छह अन्य लोग घायल हो गए हैं। विस्तृत जानकारी के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट…

गुजरात के बनासकांठा जिले का डीसा कस्बा मंगलवार को सुबह करीब नौ बजकर 45 मिनट पर एक के बाद एक जोरदार धमाके से दहल गया। पुलिस की मानें तो एक पटाखा गोदाम में विस्फोट के बाद आग लग गई। लगातार हो रहे पटाखा विस्फोटों से इमारत के कुछ हिस्से ध्वस्त हो गए। इस दर्दनाक और दिल दहला देने वाले हादसे में 21 लोगों की मौत हो गई जबकि छह अन्य लोग घायल हो गए। अब पुलिस ने गोदाम मालिक को गिरफ्तार कर लिया है।
300 मीटर दूर तक उड़ें लाशों के अंग
अधिकारियों ने बताया कि गोदाम में अवैध रूप से पटाखों का भंडारण किया गया था और उसका निर्माण किया जा रहा था। जिला कलेक्टर मिहिर पटेल ने बताया कि इस दुर्घटना में मारे जाने वाले सभी 21 लोग मूल रूप से एमपी के हरदा और देवास जिले के रहने वाले थे। धमाका इतना जोरदार था कि लोगों के अंग और मांस के लोथड़े 200 से 300 मीटर दूर तक बिखर गए। धमाके से इमारत की स्लैब ढह गई।
पूरे परिसर में तबाही
धमाके से पूरे परिसर में तबाही मची है। धमाके की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसी परिसर में रहने वाले मजदूरों के परिवार के सदस्य भी स्लैब के ब्लॉक गिरने से दबकर मर गए। मंत्री ऋषिकेश पटेल ने संवाददाताओं को बताया कि बचाव कार्य के लिए दमकल विभाग की 7 टीमें, आठ एम्बुलेंस, एक राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) टीम और चार बुलडोजर घटनास्थल पर भेजे गए।
अब तक 21 लोगों की मौत
पुलिस अधीक्षक अक्षयराज मकवाना ने बताया कि अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है। भीषण विस्फोट के बाद इमारत का स्लैब गिर जाने से छह अन्य घायल हो गए हैं। फोरेंसिक टीम विस्फोट के कारण का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
जांच के लिए 5 टीमें गठित
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोदाम के मालिक दीपक मोहनानी को बनासकांठा पुलिस की एक टीम ने मंगलवार रात साबरकांठा जिले से गिरफ्तार किया। ऐसा लगता है कि गोदाम के मालिक अवैध रूप से पटाखे जमा कर रहे थे। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। यह पटाखा गोदाम कैसे 21 लोगों की मौत की वजह बना यानी हादसा कैसे हुआ इसकी जांच के लिए 5 टीमें गठित कर दी हैं।
एसआईटी भी करेगी जांच
पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी की अगुवाई में हादसे की छानबीन के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) भी गठित किया गया है। पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उप प्रभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) नेहा पांचाल ने कहा कि गोदाम ने शुरू में पटाखों के भंडारण के लिए लाइसेंस लिया था, लेकिन खामियों के कारण 31 दिसंबर, 2024 को लाइसेंस समाप्त होने के बाद इसे रिन्यू नहीं किया गया।
अवैध रूप से बना रहे थे पटाखे
उप प्रभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) नेहा पांचाल ने बताया कि गोदाम मालिकों ने लाइसेंस की अवधि समाप्त होने के बाद इसके नवीनीकरण के लिए आवेदन किया था। अधिकारियों ने जब पाया कि गोदाम में उचित सुविधाओं का अभाव है, तो लाइसेंस रिन्यू प्रक्रिया रोक दी गई। हालांकि, प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि वे अवैध रूप से पटाखे बना रहे थे। बिना अनुमति के काम करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम नरेन्द्र मोदी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। पीएमओ ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि गुजरात के बनासकांठा में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ है। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
आर्थिक मदद का ऐलान
पीएमओ ने कहा- स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। वहीं मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों को चार लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। एमपी के सीएम मोहन यादव ने भी इस घटना में मध्य प्रदेश के लोगों की असामयिक मृत्यु पर दुख व्यक्त किया है। कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने सरकार मृतकों के परिवारों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दिए जाने और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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