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अगर ऐसा है तो बास्केटबॉल-फुटबॉल खेलो...पीटरसन ने पोंटिंग की आड़ में कोहली और रोहित को लपेटा, दी एक काम की सलाह

  • इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने इशारों-इशारों में भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा को लपेटा है। दोनों न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में फ्लॉप रहे थे।

Md.Akram लाइव हिन्दुस्तानMon, 4 Nov 2024 06:55 PM
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न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप झेलने के बाद भारतीय टीम की कड़ी आलोचना हो रही है। खासकर, भारत के सीनियर बल्लेबाजों को ज्यादा निशाने पर लिया जा रहा है, जो पूरी सीरीज में फ्लॉप रहे। दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने इंडिया वर्सेस न्यूजीलैंड सीरीज की 6 पारियों में 15.50 की औसत से 93 रन बनाए। वहीं, कप्तान रोहित शर्मा ने 15.17 की औसत से 91 रन जोड़े। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने रिकी पोंटिंग की आड़ में इशारों-इशारों में कोहली और रोहित को लपेटा है। पीटरसन ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान पोटिंग के पुराने बयान की कुछ लाइन शेयर कीं, जिसमें खिलाड़ियों के खराब औसत को लेकर तंज कसा गया था।

'अगर ऐसा है तो बास्केटबॉल-फुटबॉल खेलो'

पीटरसन ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोंटिंग का जो बयान शेयर किया, उसमें लिखा है कि जब मैं खेल रहा था तब अगर किसी खिलाड़ी का 35 का औसत होता तो आपके पिताजी आपके लिए बास्केटबॉल या फुटबॉल खरीदकर लाते और उसे खेलने के लिए बोलते। पीटरसन ने बयान के साथ कैप्शन में लिखा, ''पूरी तरह फैक्ट।'' पीटरसन की इस पोस्ट पर कई क्रिकेट फैंस ने प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने कमेंट किया, ''क्या यह हालिया सीरीज में भारतीय सीनियर्स के प्रदर्शन की ओर इशारा करता है?'' दूसरे ने कहा, ''तो आप कहना कह रहे हैं कि विराट और रोहित रिटायर हो जाएं? आप इसकी टेंशन मत लीजिए। आप दूर रहें, हम देख लेंगे।''

आखिर पोटिंग ने 2011 में क्या कहा था?

बता दें कि पोंटिंग ने यह बात 2011 में टी20 क्रिकेट के संदर्भ में कही थी। उन्होंने तब ईएसपीएनक्रिकइन्फो को दिए इंटरव्यू में कहा कि जब मैं बड़ा हो रहा था, तब मेरे लिए क्रिकेट का मतलब तब तक बल्लेबाजी करना था जब तक कोई मुझे आउट ना कर दे। भले ही इसमें एक सप्ताह लगता। अब तो अंडर-17 और अंडर-19 खिलाड़ी भी दो दिवसीय मैचों की कीमत पर नेशनल चैंपियनशिप में टी-20 मैच खेल रहे हैं। इन दिनों अच्छे स्टेट प्लेयर्स का औसत 35 का है। जब मैं खेल रहा था, तब औसत 35 का होता तो आपके पिताजी बास्केटबॉल या फुटबॉल खरीदकर लाते और उसे खेलने के लिए कहते। इसलिए यह चिंता का विषय हैं। मुझे नहीं पता कि आप उन्हें कैसे बदलेंगे?

पीटरसन ने दी एक काम की सलाह

भारतीय बल्लेबाज न्यूजीलैंड सीरीज में स्पिन गेंदबाजों के सामने काफी जूझते हुए नजर आए। पीटरसन ने सलाह दी कि स्पिन के खिलाफ महारत हासिल करने में समय लगाता है। धैर्य के साथ आगे बढ़ेंगे तो रिजल्ट मिलेगा। पीटरसन ने अन्य पोस्ट में कहा कि टेस्ट क्रिकेट में बैटिंग एप्लीकेशन और तकनीक की कमी से किसी को भी हैरान नहीं होना चाहिए। क्रिकेट अब एक 'स्मैकर्स' गेम बन गया है और खेल में टेस्ट मैच की बैटिंग स्किल का विघटन हो रहा है। जब स्पिन खेलने की बात आती है तो एकमात्र तरीका घंटों तक इसके खिलाफ खेलना है। कोई त्वरित उपाय नहीं है। गौरतलब है कि भारत ने पहली बार घर पर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना किया है।

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