Hindi Newsकरियर न्यूज़BPSC TRE: Due to invalidation of BEd qualification from primary teacher recruitment DElEd people have fun more opportunity for selection

BPSC TRE: प्राथमिक शिक्षक भर्ती से बीएड योग्यता अमान्य होने से डीएलएड वालों की मौज, ज्यादा चयन का मौका

Pass: बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा 2023 के जरिए प्राथमिक शिक्षक बनने की राह पर खड़े बीएड पास अभ्यर्थियों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से करारा झटका लगा है। वहीं डीएलएड या बीटीस

Alakha Ram Singh लाइव हिन्दुस्तान, पटनाTue, 5 Sep 2023 09:28 PM
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BPSC TRE BEd vs DElEd Pass: बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा 2023 के जरिए प्राथमिक शिक्षक बनने की राह पर खड़े बीएड पास अभ्यर्थियों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से करारा झटका लगा है। वहीं डीएलएड या बीटीसी या बीएसटीसी पास अभ्यर्थियों की मौज हो गई है। हाल ही में राजस्थान शिक्षक भर्ती मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए बीएड पास योग्य नहीं माने जाएंगे। इसके बाद से बीपीएससी शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों पर भी आशंका के बादल मंडरा रहे थे। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार को मौजूदा फैसला मानने को कहा है इससे साफ है कि बीएड वाले प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए योग्य नहीं जाएंगे।

डीएलएड वाले अभ्यर्थियों के ज्यादा चयन की संभावना:
बीपीएससी की ओर से राज्य में प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों शिक्षकों के 1.70 लाख पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया है। प्राथमिक शिक्षक पदों की बात करें तो इनकी संख्या 79943 है। खास बात यह है कि प्राथमिक पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों में ज्यादातर बीएड पास अभ्यर्थी थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इन अभ्यर्थियों के बाहर होने से डीएलएड वालों को शिक्षक बनने क राह आसान हो जाएगी। साथ अब कटऑफ में भी गिरावट हो सकती है जिससे अधिकांश डीएलएड वाले अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक आसानी से बन जाएंगे।

आपको बता दें कि उच्च माध्यमिक (कक्षा 11, 12) के 57616 पद, माध्यमिक (कक्षा 09, 10) के लिए 5425 पद, प्राथमिक शिक्षक के 79943 पद और उच्च प्राथमिक शिक्षक के 32916 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। बीपीएससी शिक्षक भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा 2023 का आयोजन 24, 25 और 26 अगस्त 2023 को राज्यभर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में किया गया था। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन भी 4 सितंबर से शुरू हो चुका है।

बीपीएससी परीक्षा से पहले सुप्रीम कोर्ट का आदेश आ गया था, जिस पर बीपीएससी अध्यक्ष ने पहले ही साफ कर दिया था कि अभ्यर्थियों की योग्यता और परीक्षा आयोजित करना दोनों अलग-अलग बातें हैं। उन्होंने संकेत दिया था कि एससी के आदेश से प्राथमिक शिक्षक पद के आवेदकों पर असर पड़ सकता है, लेकिन शिक्षक भर्ती प्रक्रिया जारी रहेगी।

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