ट्रंप टैरिफ के बाद भारत को होगा तगड़ा नुकसान? NSE की शेयर बाजार को लेकर बड़ी भविष्यवाणी
- Share Market Prediction: ट्रंप टैरिफ के बाद शेयर बाजार किस करवट लेगा और पिछले दिनों बाजार में भारी उथल-पुथल के बीच निवेशक आने वाले दिनों को लेकर सहमे हुए हैं। इस बीच, भारतीय निवेशकों के लिए एक राहत भरी खबर है।

Share Market Prediction: ट्रंप टैरिफ के बाद शेयर बाजार किस करवट लेगा और पिछले दिनों बाजार में भारी उथल-पुथल के बीच निवेशक आने वाले दिनों को लेकर सहमे हुए हैं। इस बीच, भारतीय निवेशकों के लिए एक राहत भरी खबर है। दरअसल, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने रविवार को कहा कि अमेरिका के जवाबी शुल्क लगाए जाने के बाद दुनिया में असमंजस की स्थिति बनी हुई है लेकिन भारत अन्य देशों की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
क्या है डिटेल
चौहान ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि अगले एक या दो सप्ताह में अमेरिकी सीमा शुल्क को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इस पर बातचीत होगी और शुल्क ढांचे को स्थिर किया जाएगा। उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि जवाबी शुल्क पर अमेरिकी कदम के बाद भारतीय शेयर बाजार अन्य देशों की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।" चौहान ने कहा, "आपने पिछले दो-तीन दिनों में बाजार का हाल देखा होगा। अमेरिका ने कर पर फैसला किया है, जो दुनिया के हर देश पर लागू है। उन्होंने भारत के लिए भी नए आयात शुल्क लगाए हैं, जो अन्य देशों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।"
एनएसई प्रमुख ने कहा कि अमेरिका और दुनिया की भावी रणनीति के बारे में स्पष्ट तस्वीर अगले सप्ताह स्पष्ट हो जाएगी। उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि अन्य देशों की तुलना में भारत की स्थिति थोड़ी मजबूत है।" उन्होंने कहा, "अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कई लोगों को लगता है कि कुछ कंपनियों को अधिक नुकसान हो सकता है। लेकिन कुल मिलाकर बातचीत होगी और शुल्क ढांचे को स्थिर किया जाएगा। अगले एक या दो सप्ताह में स्थिति स्पष्ट हो जानी चाहिए।" अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, चीन एवं यूरोपीय संघ समेत 60 व्यापारिक साझेदारों पर जवाबी सीमा शुल्क लगाने की दो अप्रैल को घोषणी की थी। उसके बाद से दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट का माहौल है।
ग्लोबल मार्केट में भूचाल
बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को टैरिफ बढ़ाने की घोषणा की थी, तब से अमेरिकी मार्केट में गिरावट देखी जा रही है। पिछले कारोबारी दिन एसएंडपी 500 में 10 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं नैस्डैक और स्मॉल-कैप रसेल 2000 मंदी के दौर में हैं। गुरुवार और शुक्रवार को निवेशकों को कुल मिलाकर $5 ट्रिलियन का नुकसान हो गया।