शेयर निवेशकों के लिए अच्छी खबर! साल के अंत तक इस लेवल पर पहुंचेगा बाजार, बोफा सिक्योरिटीज की भविष्यवाणी
- Stock Market Predictions: ऐसा लग रहा है शेयर बाजार अपने बुरे दौर से निकल रहा है, क्योंकि पिछले दो दिन से इसमें कुछ रिकवरी देखी गई है। आज गुरुवार को भी बाजार पॉजिटिव है। आज गुरुवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 87.42 अंक बढ़कर 73,817.65 पर आ गया।
Stock Market Predictions: ऐसा लग रहा है शेयर बाजार अपने बुरे दौर से निकल रहा है, क्योंकि पिछले दो दिन से इसमें कुछ रिकवरी देखी गई है। आज गुरुवार को भी बाजार पॉजिटिव है। कई दिनों के बाद घरेलू शेयर बाजार में तेजी लौटने के बीच बुधवार को निवेशकों की संपत्ति में करीब 8 लाख करोड़ रुपये का उछाल आया था। बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 740.30 अंक यानी 1.10 प्रतिशत चढ़कर 73,730.23 अंक पर बंद हुआ था। हालांकि, इस साल अब तक दो महीने में ही निवेशकों का तगड़ा नुकसान हुआ है।
इस बीच, ब्रोकरेज फर्म बोफा सिक्योरिटीज साल के अंत तक निफ्टी 50 इंडेक्स पॉजिटिव है। ब्रोकरेज का मानना है कि साल के अंत तक निफ्टी 50 इंडेक्स 25,000 पर पहुंच जाएगा, जिसका मतलब है कि मौजूदा स्तरों से 14% की बढ़ोतरी की संभावना है। निफ्टी अपने सितंबर 2024 के उच्च स्तर 26,277 से 16% कम हो गया है। बता दें कि आज गुरुवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 87.42 अंक बढ़कर 73,817.65 पर आ गया। वहीं, निफ्टी 35.05 अंक चढ़कर 22,372.35 पर पहुंचा।
बाजार में तेजी की वजह
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘ग्लोबल बाजारों में मजबूत संकेतों के साथ घरेलू सूचकांकों में तेजी आई। इसका कारण यह संकेत है कि वैश्विक व्यापार तनाव के बीच डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन कुछ शुल्क दरों को वापस ले सकता है। इससे धारणा मजबूत हुई।’’ तापसे ने कहा कि इसके अलावा, फरवरी पीएमआई सूचकांक में वृद्धि जैसे स्थानीय कारकों ने भी बाजारों धारणा को मजबूती दी। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग में सुधार के कारण फरवरी में भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में तेज वृद्धि देखी गई। इसके चलते उत्पादन में तेजी से विस्तार हुआ और रोजगार में पर्याप्त वृद्धि हुई।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भारत समेत उभरते बाजारों में तेजी देखी गई। इसे कमजोर अमेरिकी डॉलर से समर्थन मिला। मेक्सिको, कनाडा और चीन पर अमेरिकी शुल्क लगाए जाने और जवाबी कार्रवाई के खतरे के बावजूद यह तेजी आई है।’’ नायर ने कहा, ‘‘जारी व्यापार युद्ध के दीर्घकालिक परिणाम अनिश्चित बने हुए हैं। निकट भविष्य में अमेरिका में मुद्रास्फीति बढ़ने से प्रमुख ब्याज दर में कटौती की संभावना कम हो सकती है।’’
(एजेंसी इनपुट के साथ)