अब गलती नहीं करेंगे; सीएम नीतीश ने आरजेडी के खुले ऑफर को ठुकराया
लालू यादव की पार्टी आरजेडी की ओर से महागठबंधन में शामिल होने के ऑफर की अटकलों के बीच सीएम नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है। कि अब वो हमेशा एनडीए के साथ रहेंगे और बिहार के साथ-साथ देश का विकास करेंगे। अब फिर से गलती नहीं करेंगे।
सीतामढ़ी में प्रगति यात्रा के चौथे दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी आरजेडी की ओर से गठबंधन की पेशकश के बीच बड़ा बयान दिया है। सीएम नीतीश ने किसी भी तरह के गठबंधन से इंकार करते हुए साफ कर दिया, कि अब हम हमेशा साथ रहेंगे और बिहार के साथ-साथ देश का विकास करेंगे। नीतीश कुमार का बयान तब आया है, जब आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के करीबी राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने सीएम नीतीश कुमार को महागठबंधन में आने का ऑफर देते हुए कहा है कि राजनीति में कुछ भी संभव है। राजनीति में कोई हमेशा के लिए दोस्त और दुश्मन नहीं होता है। हो सकता है बिहार में फिर से खेला हो जाए। अगर नीतीश कुमार सांप्रदायिक ताकतों को छोड़ कर आएंगे तो हम उनका स्वागत करेंगे।
अब मुख्यमंत्री नीतीश के स्पष्टीकरण से भाजपा नेताओं को भी राहत मिली है। क्योंकि मुख्यमंत्री पिछले कई दिनों से चुप्पी साधे हुए थे, जिससे राजनीतिक उथल-पुथल की अटकलें तेज हो गई थी। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी कहा था, कि एनडीए को 4-5 लोगों ने हाईजैक कर लिया है। सीएमओ का पूरा कंट्रोल बीजेपी के पास है। जेडीयू के चार नेता बीजेपी के संपर्क में हैं। जिसमें दो दिल्ली और दो बिहार में है।
वहीं हाल ही में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती पर कहा था, कि अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि तभी मिलेगी तब बिहार में बीजेपी का मुख्यमंत्री बनेगा। अपने इस बयान पर उन्हें सफाई भी देनी पड़ी थी, और साफ किया था कि नीतीश कुमार ही बिहार का नेतृत्व करेंगे।
एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश के लिए भारत रत्न की मांग की है। भाजपा नेताओं ने कहा कि विजय सिन्हा की टिप्पणियों ने राज्य में भाजपा के भीतर बेचैनी को उजागर कर दिया है, जबकि बाद में पार्टी के कई अंदरूनी सूत्रों ने राज्य के मुख्यमंत्री को गठबंधन के नेता के रूप में पेश करने के गठबंधन के फैसले पर अपनी आपत्ति व्यक्त की है।
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जयसवाल सहित बिहार भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता पहले ही कह चुके हैं कि एनडीए 2025 का राज्य विधानसभा चुनाव नीतीश के नेतृत्व में लड़ेगा। नीतीश की जेडीयू अपनी ओर से किसी भी मतभेद से इनकार करती आई है। जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा हर कोई नीतीश कुमार को चाहता है। वो अपने काम के लिए जाने जाते हैं। गठबंधन में कोई दरार नहीं है। कोई मतभेद भी नहीं है।