पटना पुलिस पर रोड़े बरसाए, आरोपी को छुड़ा ले गए; दारोगा समेत तीन पुलिसवाले जख्मी
- ग्रामीणों ने रोड़ेबाजी कर आरोपित कौलेश कुमार उर्फ अमित को छुड़ा लिया। इस मामले में पुलिस ने खुद के बयान पर 11 नामजद और 20 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

बिहार में एक बार फिर पुलिस पर हमला हुआ है। पटना में पुलिस पर हमला कर गांव वालों ने अपराधी को भी छुड़ा लिया। पटना से सटे धनरुआ के कादिरगंज के पांडेय बिगहा में शनिवार की रात एक फरार आरोपित को गिरफ्तार कर ले जा रही पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। जिसमें दारोगा रवीश कुमार, गृह रक्षक हिमांशु कुमार और धर्मेन्द्र कुमार घायल हो गए। वहीं ग्रामीणों ने रोड़ेबाजी कर आरोपित कौलेश कुमार उर्फ अमित को छुड़ा लिया। इस मामले में पुलिस ने खुद के बयान पर 11 नामजद और 20 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कादिरगंज थाने की पुलिस सादे लिबास में पांडेय बिगहा गांव पहुंच फरार आरोपित कौलेश कुमार को गिरफ्तार कर ले जा रही थी। तभी गांव की महिलाओं ने चोर-चोर का शोर मचा दिया। इसके बाद ग्रामीणों इकठ्ठा हो गए। इस दौरान महिलाओं ने पुलिस पर रोड़ेबाजी कर आरोपित कौलेश को पुलिस के चंगुल से छुड़ा लिया। रोड़ेबाजी में कादिरगंज थाने के अवर निरीक्षक रवीश कुमार, गृह रक्षक हिमांशु कुमार और धर्मेन्द्र कुमार घायल हो गए।
पुलिस टीम पर हुए हमले की खबर सुनकर अन्य थानों से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को खदेड़ दिया। वहीं, पुलिस ने रोड़ेबाजी करने के आरोप में गोपाल प्रसाद की पत्नी ममता देवी, सुदर्शन प्रसाद की पत्नी रेखा देवी और अरविन्द प्रसाद की पत्नी मालती देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
हाथापाई कर हथियार छिनने की कोशिश की
कादिरगंज थानाध्यक्ष पूनम कुमारी ने बताया कि रोड़ेबाजी के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के साथ हाथापाई कर हथियार छिनने की कोशिश की। वहीं, ग्रामीणों ने सरकारी काम में बांधा और पुलिस के साथ धक्का मुक्की की। इस मामले में जख्मी अवर निरीक्षक रवीश कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। रोड़ेबाजी करने वाली तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।