वास्तुदोष या फिर कुछ और? सम्राट चौधरी ने बंगले का एक गेट बंद कराया, अब एक गेट से ही आना-जाना
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पांच देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी बंगले का एक गेट सोमवार को बंद करा दिया है। मुख्य गेट से ही आना-जाना करेंगे। सियासी गलियारों में चर्चा में है कि सरकारी बंगले का वास्तु दोष दूर करने के लिए ही दो में से एक गेट को बंद कराया गया है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को आवंटित पांच देशरत्न मार्ग स्थित सरकारी बंगले का एक गेट सोमवार को बंद करा दिया गया। पूर्व में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव जिस गेट से बाहर निकलते थे, उस गेट पर ईंटों को जोड़कर पूरी तरह से पैक कर दिया गया। अब, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी बंगले के मुख्य गेट से ही आना-जाना करेंगे। मालूम हो कि सम्राट चौधरी विजयदशमी के दिन पूजा-पाठ कराकर नये बंगले में शिफ्ट हुए हैं।
यह बंगला नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव का पसंदीदा आवास रहा है। पिछले गेट से दस सर्कुलर रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर जाने में दूरी कम हो जाती थी। इसीलिए बंगले में दो गेट थे। वहीं राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि सरकारी बंगले का वास्तु दोष दूर करने के लिए ही दो में से एक गेट को बंद कराया गया है।
आपको बता दें दशहरे के दिन सम्राट चौधरी नए बंगले में शिफ्ट हुए थे। और जब पत्रकारों ने बंगले का इतिहास बताते हुए पूछा था कि क्या वो दोबारा उपमुख्यमंत्री बनेंगे, तो उन्होने हाथ जोड़कर लिए थे, और कहा था कि माफ कर दो भाई, दोबारा डिप्टी सीएम नहीं बनना है। जिसके बाद इस बयान पर चर्चओं का दौर शुरू हो गया था।
वहीं आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने भी बंगले का इतिहास बताते हुए कहा था, कि जो भी उपमुख्यमंत्री इस बंगले में शिफ्ट हुआ, वो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है। फिर चाहे वो तारकिशोर रहे हों, तेजस्वी यादव रहे हों, और अब सम्राट चौधरी शिफ्ट हुए हैं। जिसके बाद से इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि वास्तुदोष दूर करने के लिए गेट को बंद किया गया है। या फि वजह कुछ और ही है।
हालांकि सम्राट चौधरी कह चुके हैं कि उनके पिता ने एक घर दिया है, हालांकि वो छोटा है, लेकिन वो अपने माता-पिता के साथ उसी आवास में रहेंगे। और सरकारी बंगले का इस्तेमाल सरकारी कामकाज और जनका की सुनवाई के लिए करेंगे। वैसे इस बंगले को लेकर सियासत भी खूब हुई है।
वहीं आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने भी बंगले का इतिहास बताते हुए कहा था, कि जो भी उपमुख्यमंत्री इस बंगले में शिफ्ट हुआ, वो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है। फिर चाहे वो तारकिशोर रहे हों, तेजस्वी यादव रहे हों, और अब सम्राट चौधरी शिफ्ट हुए हैं। जिसके बाद से इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि वास्तुदोष दूर करने के लिए गेट को बंद किया गया है। या फि वजह कुछ और ही है।
हालांकि सम्राट चौधरी कह चुके हैं कि उनके पिता ने एक घर दिया है, हालांकि वो छोटा है, लेकिन वो अपने माता-पिता के साथ उसी आवास में रहेंगे। और सरकारी बंगले का इस्तेमाल सरकारी कामकाज और जनका की सुनवाई के लिए करेंगे। वैसे इस बंगले को लेकर सियासत भी खूब हुई है।
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जब तेजस्वी यादव ने बंगला खाली किया था, तो उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के निजी सचिव ने आवास से कई चीजों के उखाड़कर ले जाने के आरोप लगाए थे। जिसमें गमले, फर्नीचर, एसी, टोंटी तक शामिल थीं। हालांकि तेजस्वी ने ऐसे आरोप लगाने वालों के खिलाफ कोर्ट केस करने की चेतावनी दी थी।